दिल लुमिनाटी टूर के तहत दिलजीत दोसांझ का 8 दिसंबर को इंदौर में कार्यक्रम था, जो जिसे शानदार कामयाबी मिली। दिलजीत ने अपने गानों से ऐसा समां बांधा कि लगभग 25 हजार, जिनमें से ज्यादा युवा थे, दिलजीत के गाए गानों पर झूम उठे। कार्यक्रम तय समय (7 बजे) से 45 मिनट देरी से शुरू हुआ तब तक लोगों के आने का सिलसिला जारी था। ब्लैक पगड़ी और लाल जैकेट में आए दिलजीत ने 'तेरे नाल' से शुरुआत की। पहले ही गीत से ऐसा समां बांधा जो हर गाने के बाद बढ़ता चला गया। 'तेरा सारा गुस्सा', 'डू यू नो', 'प्रॉपर पटोला', 'बोर्न टू शाइन', 'इक कुड़ी जिदा नाम मोहब्बत' जैसे सुपरहिट गानों से उन्होंने उपस्थित लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। शो का आनंद उन लोगों ने भी लिया, जिन्हें टिकट नहीं मिला था और वे बाहर ट्रकों और कारों पर खड़े और बैठे थे।
जय महाकाल का नारा
पहला गाना सुनाने के बाद इंदौरियों से अपना कनेक्शन बनाते हुए दिलजीत ने जय महाकाल का जोरदार नारा लगाया। फिर उन्होंने पोहा-जलेबी का उल्लेख किया कि सुबह और दोपहर में यही खाया था और अब रात को खाऊंगा। कार्यक्रम उन्होंने राहत इंदौरी को समर्पित किया और उनका एक शेर भी सुनाया। इंदौरी जनता का प्यार पाकर वे अभिभूत हो गए और कहा कि मैं इतने प्यार के लायक नहीं हूं।
अब इंडिपेंडेंट कलाकारों का जमाना
दिलजीत ने इस मौके पर कहा कि अब जमाना संगीत के क्षेत्र में स्वतंत्र कलाकारों का है। वो दौर गया जब गायक पीछे होते थे। अब वे आगे हैं। सारे इंडिपेंडेंट कलाकारों को भारी सफलता मिल रही है। पहले ऐसे शो विदेशों में ही सफल होते थे।
ऑडियंस को किया खुश
दिलजीत ने उपस्थित जनता को भी खुश किया। कभी उन्होंने पीछे खड़े लोगों का जिक्र किया तो आगे वालों को उन्होंने अपना गॉगल दिया। कई बच्चों को स्टेज पर बुलाया। एक लड़की दिलजीत के साथ डांस करना चाहती थी, उसे मंच पर बुलाया। साथ ही जिन लोगों को टिकट नहीं मिला उनसे माफी मांगी और कहा कि अगले बार और बड़े मैदान पर कार्यक्रम आयोजित करेंगे। उन्होंने उन सभी लोगों को धन्यवाद दिया जो उनके कार्यक्रम में टिकट खरीद कर आए।
टिकट ब्लैक होते है तो कलाकारों का क्या दोष
दिलजीत के शो के टिकट अक्सर ब्लैक में बिकने की खबर आती रहती है। दिलजीत का कहना है कि यदि टिकट ब्लैक हो रही है तो उनका क्या कसूर है। उन्होंने कहा यह तो बरसों पहले से होता आ रहा है। वर्षों पहले सिनेमा के टिकट भी ब्लैक होते थे।
कार्यक्रम में लड़की को लड़के ने किया प्रपोज
कार्यक्रम के दौरान युवाओं का उत्साह देखने लायक था। उन्हें दिलजीत के पंजाबी गाने याद थे। वे दिलजीत के गाए गीतों पर मस्ती से झूम रहे थे। लड़कियों की संख्या भी देखने लायक थी। कई बच्चों और लड़कियों को कंधे पर बैठा कर कार्यक्रम दिखाया गया। कार्यक्रम के दौरान ही एक लड़के ने लड़की को घुटनों पर बैठ कर प्रपोज किया, जो लड़की ने स्वीकार लिया। इस दौरान उसने अंगूठी भी पहनाई।
एंट्री लेने में दर्शकों को हुई परेशानी
कार्यक्रम अंदर तो बढ़िया तरीके से हो गया, लेकिन दर्शकों को एंट्री लाने में खासी परेशानी हुई। इस दौरान व्यवस्था में कमी दिखाई दी। हजारों रुपये खर्च करने के बाद यदि एंट्री लेने में धक्का-मुक्की हो तो लोगों का परेशान होना स्वाभाविक है। इस ओर आयोजकों को ध्यान देना चाहिए। पार्किंग और सुरक्षा व्यवस्था अच्छी रही। दिलजीत ने पुलिस को भी धन्यवाद दिया।