नेपाल में पैदा हुए बिष्णु आठवीं गोरखा राइफल्स की सातवीं बटालियन के सैनिक हैं। साल 2010 में सितंबर की घटना है जब बिष्णु हटिया से गोरखपुर जा रही मौर्या एक्सप्रेस से रांची से गोरखपुर जा रहे थे। पश्चिम बंगाल के चितरंजन रेलवे स्टेशन पर करीब 40 हथियारबंद लुटेरों ने ट्रेन पर हमला कर दिया और यात्रियों को धमका कर उनका कीमती सामान लूटना शुरू कर दिया।
श्रेष्ठ उस समय सोये हुए थे और उन्होंने देखा कि लुटेरे पास की सीट पर बैठी लड़की के साथ रेप करने की कोशिश कर रहे हैं। श्रेष्ठा ने तुरंत अपनी कुकरी निकाली और लुटेरों से भिड़ गए। उन्होंने तीन को घायल भी किया। इसी दौरान डकैतों ने गोली चलाई और श्रेष्ठा की कुकरी गिर गई। लेकिन वो उनके ख़िलाफ़ संघर्ष करते रहे। इसके बाद पुलिस आई और छह लुटेरे गिरफ्तार किए गए। बिष्णु का बायां हाथ इस घटना में बुरी तरह जख्मी हुआ था। बाद में उन्हें बहादुरी का पुरस्कार मिला।