देवदास में कोई नहीं बनना चाहता था चु्न्नी बाबू, फिर जैकी श्रॉफ के हाथ लगी फिल्म

WD Entertainment Desk
शुक्रवार, 24 मई 2024 (12:45 IST)
Jackie Shroff on Chunni Babu Character: संजय लीला भंसाली की साल 2002 में रिलीज मूवी 'देवदास' बॉलीवुड की एवरग्रीन सुपरहिट फिल्मों में से एक हैं। फिल्म देवदास में शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय और माधुरी दीक्षित मुख्य भूमिका में थे। फिल्म में शाहरुख ने देवदास और ऐश्वर्या राय ने पारो का किरदार निभाया था। 
 
वहीं फिल्म में जैकी श्रॉफ ने चु्न्नी बाबू का किरदार निभाया था। फिल्म में चु्न्नी बाबू के किरदार ने भी लोगों का खूब ध्यान खींचा था। लेकिन क्या आपकों पता है चुन्नी बाबू के किरदार के लिए जैकी श्रॉफ पहली पसंद नहीं थे। इस किरदार को निभाने के लिए कई एक्टर्स साफ मना कर चुके थे। इसके बाद यह फिल्म जैकी श्रॉफ के हाथ लगी।
 
हाल ही में एक टॉक शो में करिश्मा तन्ना संग बातचीत में जैकी श्रॉफ ने इसका खुलासा किया है। जैकी श्रॉफ ने 90 के दशक के फिल्म उद्योग में अपने अनुभवों के बारे में बात की, जिसमें स्क्रीन टाइम और अभिनेताओं द्वारा सामना की जाने वाली असुरक्षाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। 
 
बिदु फैशन और स्टाइल में, श्रॉफ ने अपनी यात्रा साझा की और बताया कि कैसे उन्हें क्लासिक फिल्म देवदास में चुन्नी बाबू की प्रतिष्ठित भूमिका मिली। उन्होंने कहा, मैंने इसके बारे में कभी ऐसा नहीं सोचा था। अमर अकबर एंथोनी, मुकद्दर का सिकंदर, यहां तक ​​कि राम लखन जैसी कई फिल्मों में हमारे पास डबल या ट्रिपल हीरो थे। लेकिन इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, भगवान मुझे जो देते हैं मैं उससे खुश हूं। 
 
जैकी श्रॉफ ने कहा, देवदास में चुन्नी बाबू के रूप में काम करने के लिए कोई तैयार नहीं था लेकिन मैं था, इसलिए मुझे काम मिल गया। मैं हैरान था कि कोई भी ऐसा नहीं करना चाहता, पागल कुत्ते ने काटा है। अगर वे आपका सीन या कुछ भी काट देंगे तो कभी टेंशन न लें। भूमिका के लिए जो आवश्यक है वह आपको मिलेगा। एक निर्देशक, अभिनेता और कहानी है। हर दृश्य में, आप राजा नहीं हो सकते। जो मिला, ऊपरवाले का कान पकड़ और निकल ले। 
 
जैकी श्रॉफ का चुन्नी बाबू का किरदार उनके सबसे यादगार प्रदर्शनों में से एक है। युवाओं के लिए एक सच्ची प्रेरणा, उनका स्टारडम उनकी दृढ़ता और जीवन के प्रति शांत दिमाग वाले दृष्टिकोण का परिणाम है। जैकी श्रॉफ अपने अभिनय से लोगों का दिल जीतना जारी रखे हुए हैं और उनके पास कई रोमांचक परियोजनाएं हैं। चुन्नी बाबू बनने की उनकी कहानी हर भूमिका का अधिकतम लाभ उठाने में उनके विश्वास और उन्हें मिलने वाले अवसरों के प्रति उनकी अटूट कृतज्ञता का प्रमाण है। 
 

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख