कंगना ने कमालरुख का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, वो मेरे दोस्त की विधवा है, जिसे उसके परिवार द्वारा धर्मांतरण के लिए फोर्स किया जा रहा है।
इसके साथ ही कंगना ने पीएम मोदी से पारसी समुदाय की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाया है। उन्होंने लिखा, पारसी सही मायने में इस देश में अल्पसंख्यक हैं। वे आक्रमणकारियों की तरह यहां नहीं आए बल्कि उन्होंने यहां आकर भारत माता से प्यार मांगा। उनकी छोटी सी जनसंख्या ने इस देश की खूबसूरती और इकॉनमी को बढ़ाने में बहुत योगदान दिया है।
उन्होंने लिखा, यह मेरे दोस्त की विधवा हैं, एक पारसी महिला जिन्हें उनके परिवार ने धर्मांतरण के लिए मजबूर किया। मैं पीएमओ से पूछना चाहती हूं जो अल्पसंख्यक ड्रामा करने, सिर कलम करने, दंगे फसाद और धर्मांतरण से दूर हैं उनकी सुरक्षा हम कैसे कर रहे हैं? पारसियों की संख्या आश्चर्यजनक रूप से घट रही है।
कंगना ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, यह बात सामने आ गई है कि भारत में एक मां और बच्चे के रूप में जो सबसे ज्यादा ड्रामा करता है उसे गलत तरीके से सबसे ज्यादा अटेंशन और लाभ मिलता है। और जो इनके सही अधिकारी है, संवेदनशील, फिक्र करने वाले और योग्य हैं उन्हें कुछ नहीं मिलता...हमें अपने भीतर झांकने की जरूरत है।