करण ने कहा कि एक फिल्म निर्देशक की उसकी कहानी के साथ घुल-मिलकर काम करना चाहिए। एक फिल्म निर्माता के लिए फिल्म के प्रति सहज होना अति आवश्यक है। अगर वह फिल्म को खुद महसूस नहीं करेगा, और अपने अंदर धारण नहीं करेगा तो वह कभी भी एक अच्छी फिल्म नहीं बना सकता।
घोस्ट स्टोरीज जैसी कहानी मुझे असजह करती हैं, इसलिए इस तरह की कहानियों में मैं अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकता। इसलिए मेरे 21 साल के फिल्मी करियर में फिल्म 'घोस्ट स्टोरीज' का अनुभव मेरे लिए सबसे डरावना और चुनौतीपूर्ण रहा है।
बता दें कि करण जौहर ने तीन और दिग्गज निर्देशक जोया अख्तर, दिबाकर बनर्जी और अनुराग कश्यप के साथ मिलकर चार अलग-अलग कहानियों की एक फिल्म 'घोस्ट स्टोरीज' बनाई थी। घोस्ट स्टोरीज में चौथा सेग्मेंट करण जौहर ने डायरेक्ट किया है। इसमें मृणाल ठाकुर और अविनाश तिवारी लीड रोल में हैं।