संदीप सिंह ने घोषणा करते हुए बताया कि वो उनकी कहानी को फिल्म के माध्यम से पेश करने का अधिकार हासिल कर लिया है। वीर सावरकर की सराहना के साथ ही समान रूप से उनकी आलोचना भी की जाती है। उन्हें आज ध्रुवीकरण करने वाले व्यक्तित्व के रूप में पेश किया जाता है, लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा इसलिए हैं कि क्योंकि लोग उनके बारे में बहुत कुछ नहीं जानते।
महेश मांजरेकर ने कहा, मैं हमेशा से वीर सावरकर के जीवन और उनके समय को लेकर आकर्षित रहा हूं। मेरा मानना है कि वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें इतिहास में उनका उचित स्थान नहीं मिला... उनका हक नहीं मिला। उनके जीवन ने बहुत से लोगों को प्रभावित किया होगा। मैं जानता हूं कि एक निर्देशक के तौर पर, यह मेरे लिए एक चुनौती होगी, लेकिन मैं इस चुनौती को स्वीकार करना चाहता हूं।
स्वातंत्र्यवीर सावरकर को लंदन, अंडमान और महाराष्ट्र में शूट किया जाएगा। यह फिल्म भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और इतिहास की दास्तां को एक नया रूख देगी। मेकर्स का दावा है कि देश की स्वतंत्रता के लिए वीर सावरकर के संघर्ष की पर्दे पर दिखाई जानेवाली दास्तां लोगों के इतिहास को देखने का नजरिए को बदलकर रख देगी।