खबरों के अनुसार पुलिस ऑफिसर ने कहा, हम पाटिल की सेहत ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं। उनके खत को लेकर एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। अब जांच करेंगे कि क्या दोषी ने मनोज को आत्महत्या के लिए उकसाया था।
वहीं इस विवाद में नाम आने के बाद साहिल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी सफाई भी दी। उन्होंने कहा, पूरा मामला मनोज और राज फौजदार नाम के शख्स के बीच का है। मैं एक सोशल नेटवर्किंग साइट पर राज फौजदार नाम के एक लड़के से मिला था। वह दिल्ली से है और उसने एक वीडियो बनाया था कि मनोज पाटिल ने उससे 2 लाख रुपए लिए और उसे एक्सपायर्ड स्टेरॉयड बेच दिया जिसके बाद उसे हार्ट और स्किन की कुछ प्रॉब्लम भी हो गई।
वह सोशल मीडिया में अपना सपोर्ट चाहता था, इसलिए मैंने उसका वीडियो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर लोगों से फौजदार को सपोर्ट करने के लिए कहा। मैंने यह भी कहा कि स्टेरॉयड रैकेट बंद होना चाहिए। फौजदार ने कहा था कि मनोज पाटिल उनके पैसे नहीं लौटा रहे हैं और उन्होंने पैसे अरेंज करने के लिए अपनी बाइक भी बेच दी थी।
साहिल ने कहा, जब मुझे पता चला कि मनोज ने लेटर में राज की जगह उनका नाम लिखा है, तो मैं हैरान हो गया। अगर मैं मनोज को सोशल मीडिया पर हैरेस कर रहा था, तो आखिर वजह क्या रही होगी। मैंने वह पोस्ट इसलिए डाला ताकि उस लड़के को न्याय मिल सके।