पहले बात करते हैं, श्रीदेवी की 'मॉम' की। इस फिल्म के ट्रेलर ने दर्शा दिया था कि यह एक डार्क कहानी है और इस तरह की फिल्म आमतौर पर कमजोर शुरुआत बॉक्स ऑफिस पर करती है। लोग पहले रिपोर्ट का इंतजार करते हैं। अच्छे रिव्यू और माउथ पब्लिसिटी ही इस तरह की फिल्मों का सहारा होते हैं।
मॉम की शुरुआत बेहद कमजोर रही है। सुबह के शो में दस प्रतिशत से भी कम लोग नजर आएं। अच्छी बात यह है कि फिल्म समीक्षकों ने फिल्म को सराहा है और आम दर्शकों की भी यही प्रतिक्रिया है। मेट्रो सिटी और मल्टीप्लेक्स ऑडियंस इस फिल्म के टारगेट ऑडियंस है। उम्मीद की जानी चाहिए कि शाम और रात के शो में दर्शकों की संख्या में इजाफा होगा।
'गेस्ट इन लंदन' की शुरुआत बेहद खराब रही है। सुबह के शो में दर्शकों की संख्या उंगली पर गिनने लायक थी। दोपहर के शो की भी यही हालत है। समीक्षकों ने भी फिल्म को नकार दिया है, लिहाजा फिल्म के लिए आगे की राह कठिन हो गई है।
स्पाइडरमैन: होम कमिंग ने तीनों फिल्मों में सबसे अच्छी शुरुआत ली है, हालांकि इस फिल्म की ओपनिंग वैसी नहीं है जैसी कि आमतौर पर स्पाइडरमैन सीरिज की फिल्मों की होती है। सुबह के शो में लगभग 25 प्रतिशत दर्शक थे। शाम और रात के शो में दर्शकों की संख्या निश्चित रूप से बढ़ेगी।