इसके बाद मुकेश भट्ट ने 'आशिकी' शब्द के किसी और के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। मुकेश भट्ट की तरफ से आरोप लगाया गया था कि टी-सीरीज उनकी इजाजत के बिना 'आशिकी' शब्द का इस्तेमाल कर रहा है। इस मामले पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए मुकेश भट्ट के हक में फैसला सुनाया है।
दिल्ली हाईकोर्ट ने भूषण कुमार की टी-सीरीज और उसके सहयोगियों को 'तू ही आशिकी', 'तू ही आशिकी है' या 'आशिकी' शब्द के साथ किसी भी टाइटल का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी है। जस्टिस संजीव नरूला ने साफ किया कि शब्द 'आशिकी' टाइटल एक स्टैंडअलोन शब्द नहीं है।