एक इंटरव्यू के दौरान नीना गुपता ने कहा, कमजोर समय लोगों को मजबूत बनाता ये आपने बहुत बार सुना होगा लेकिन हकीकत में मैं बहुत मजबूत नहीं हूं। लोग कहते हैं कि मैंने अपनी शर्तों पर जीवन बिताया है, लेकिन असल जिंदगी में आपको त्याग और समझौता करना पड़ता है।
उन्होंने कहा, रियल लाइफ में मैं बहुत शर्मीली हूं, मुझे आज भी अपनी दोस्तों के जरिए कोई काम नहीं मिलता है। मेरे शर्मीले मिजाज के कारण में उनसे काम के लिए कह नहीं पाती हूं। मैंने देखा है जब मुश्किल समय आता है तो महिलाएं मजबूत हो जाती हैं, वरना तो कमजोर रहती हैं। ऐसे में कठिन समय में मेरे हिसाब से आप को खड़े रहना चाहिए और उसका सामना करना चाहिए।