कई बार कलाकार अपने किरदार में इतना डूब जाते हैं कि असर उनके व्यवहार और निजी जिंदगी पर भी पड़ जाता है। एक दौर में दिलीप कुमार ने दु:खी व्यक्ति की भूमिका लगातार निभाई। असर ये हुआ कि वे डिप्रेशन में चले गए। डॉक्टर के पास वे जब गए तो उसने सलाह दी कि वे हास्य भूमिकाएं निभाए। दिलीप कुमार ने सलाह मानते हुए कुछ फिल्मों में हल्की-फुल्की भूमिका निभाई।
हाल ही में रणवीर सिंह ने 'पद्मावती' फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी का किरदार निभाया है जो कि नकारात्मक किरदार है। रणवीर सिंह ने इस भूमिका को निभाने के लिए विशेष तैयारी की। कुछ दिनों के लिए उन्होंने अपने आपको एक कमरे में बंद कर लिया। बाहरी दुनिया से सम्पर्क तोड़ लिया।
जब शूटिंग शुरू हुई तो फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली ने रणवीर और दीपिका का मिलना-जुलना बंद करा दिया। सेट पर रणवीर सिंह के साथ कोई बात नहीं करता था। सभी उनसे दूर रहते थे। लिहाजा रणवीर गुस्सैल और चिढ़चिढ़े स्वभाव के हो गए। उन्होंने कई महीनों तक बिगड़े मूड में शूटिंग की।
इसका असर रणवीर सिंह के निजी जीवन पर भी पड़ा। वे बात-बात पर गुस्सा होने लगे। सीधे मुंह बात नहीं करते थे। यहां तक की संजय लीला भंसाली के साथ भी उन्होंने कई बार खराब व्यवहार किया।
सूत्रों के अनुसार रणवीर के इस बिगड़ैल व्यवहार को देखते हुए उनके नजदीकी लोगों ने सलाह दी कि वे डॉक्टर के पास जाएं। रणवीर ने उनकी सलाह पर गौर भी किया। बाद में रणवीर ने ही खुद अपने दिमाग को शांत रखने की योजना पर अमल किया और धीरे-धीरे खिलजी के कैरेक्टर से बाहर आए।