परवीन बॉबी की संपत्ति महिलाओं और बच्चों के आएगी काम

बॉलीवुड अभिनेत्री परवीन बॉबी की मौत के करीब 12 साल बाद, मुंबई हाईकोर्ट ने उनकी वसीयत को माना है। उनकी वसीयत के आधार पर, परवीन बॉबी की संपत्ति सामाजिक और विकास के कार्यों में लगा दी जाएगी। 
जस्टिस गौतम पटेल ने बॉबी की वसीयत की जांच इस साल 14 अक्टूबर को की थी। परवीन बॉबी के रिश्तेदारों ने उनकी वसीयत को लेकर सवाल खड़े किए थे परंतु बाद में उन्होंने कोर्ट में कहा कि वे इस केस को चलाना नहीं चाहते। 
 
परवीन बॉबी की उनके जुहु स्थित अपार्टमेंट में 2005 को मौत हो गई थी। इसके बाद उनके एक रिश्तेदार मुरादखान ने दावा किया था कि परवीन बॉबी ने उन्हें उनकी संपत्ति की देखभाल की जिम्मेदारी दी थी। बॉबी की संपत्ति में उनका जुहु स्थित अपार्टमेंट, उनका जुनागढ़ स्थित घर, कुछ गहने और बैंक में धन था।  
 
मुरादखान ने परवीन बॉबी की एक वसीयत कोर्ट में पेश की। इस वसीयत के मुताबिक, उनकी 70 प्रतिशत संपत्ति सोशल वर्क के तहत महिलाओं और बच्चों के लिए उपयोग की जाए। 10 प्रतिशत बॉबी के कॉलेज सेंट जेवियर्स कॉलेज (अहमदाबाद) को दे दी जाए। बचा हुआ 20 प्रतिशत हिस्सा मुरादखान के लिए छोड़ा गया। 

वेबदुनिया पर पढ़ें