श्वेता तिवारी का एक एक्टिंग इंस्टीट्यूट था जिसमें राजेश बतौर टीचर काम करते थे। 2018 में यह इंस्टीट्यूट बंद हो गया तब राजेश को 53 हजार रुपये लेने थे। श्वेता ने उन्हें आश्वासन दिया कि जल्दी ही यह पेमेंट कर दिया जाएगा, लेकिन दो साल हो गए और राजेश बेहद परेशान हैं।
राजेश के अनुसार वे श्वेता का सम्मान करते हैं, लेकिन पैसे की जगह पैसा ही काम आता है। संकट के इस दौर में उन्हें अपने परिवार को खिलाने के लिए पैसे नहीं हैं और वे चाहते हैं कि श्वेता उनका जल्दी से हिसाब कर दे।