तृप्ति ने इसके साथ वोग इंडिया से की गई बातचीत का एक पैरा लिखा है कि मुझे 'लैला मजनू' के बाद कई लोगों ने ओटीटी फिल्म (बुलबुल) नहीं करने के लिए कहा था क्योंकि तब कोई नहीं जानता था कि स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म का प्रदर्शन कैसा होगा, लेकिन मेरी गट फीलिंग बहुत मजबूत है। स्क्रिप्ट पढ़ने के पहले 15 मिनट के दौरान ही मुझे पता चल जाता है मुझे यह फिल्म करनी है या नहीं।