एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए इस पूरे मामले में जरीना वहाब ने सूरज का बचाव किया है। जरीना ने कहा, लोग बेवजह सूरज का नाम इस मामले में घसीट रहे हैं, जबकि किसी के पास इस बात के सबूत नहीं हैं उसका इस मामले में किसी तरह का लेना देना है।
उन्होंने कहा, सूरज खुद कई बार कह चुके हैं कि वो दिशा सालियान को न कभी मिले और न ही वो उन्हें जानते थे। ऐसे में बार-बार अपनी बेगुनाही का सबूत देने के बाद भी जाने क्यों लोग सूरज की बात का यकीन नहीं कर रहे हैं? मेरे बेटे पर बेबुनियाद इल्जाम लगाने का क्या मतलब है? दूसरी बात ये है कि 13 जून को (सुशांत की मौत से एक दिन पहले) ऐसी कोई पार्टी नहीं हुई थी, जिसमें सूरज शामिल हुआ हो।
जरीना वहाब ने कहा, मेरा बेटा सूरज भी कहा चुका है कि इस मामले की सीबीआई जांच की जानी चाहिए और मैं भी कहती हूं कि इस मामले की तह तक जाने के लिए सीबीआई जांच जरूरी है ताकि सुशांत की मौत का सच सबके सामने आ सके।
इससे पहले एक इंटरव्यू के दौरान जरीना ने कहा था कि लोग फिजूल में सूरज को इसमें घसीट रहे हैं। उन्हें एक मजबूर इंसान चाहिए ब्लेम करने के लिए। उसका कोई लेना-देना नहीं सुशांत सिंह राजपूत की मौत से। लोग केवल कहानियां बना रहे हैं। सूरज और सुशांत दोस्त नहीं थे। हां, वह एक-दूसरे को जानते जरूर थे। कभी-कभी दोनों में बात हो जाया करती थी। वह भी तब जब मिलते थे। दोनों, एक-दूसरे को भाई बुलाते थे।