विक्रम पंडित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बिज़नेस का छात्र है। वह प्रोफसेर जमशेद बाट्की का चहेता है। बाट्की के विचारों से विक्रम बेहद प्रभावित होता है। बाट्की द्वारा लिखे गए लेखों को वह अपने नाम से प्रकाशित करता है। ये लेख भारत में गरीबों की दुर्दशा से संबंधित है। इन्हें वह ब्लॉग और फेसबुक पर भी पोस्ट करता है।
कहानी भारत में वंचितों की पीड़ा दिखाती है। यह समस्या आदिम है, जिसका उपाय समकालीन होना चाहिए। विक्रम ऐसा ही एक समाधान प्रस्तुत करता है जो सभी लालफीताशाही और राजनीतिक बाधाओं का बायपास है। यह एक ऐसा विचार है जो अविश्वास को कम करता है। एक सामूहिक इच्छा शक्ति और आर्थिक संसाधनों की ताकत तेजी से परिणाम ला सकती है।