फिल्म लकड़बग्घा (Lakadbaggha movie) की कहानी है एनिमल लवर विजिलेंटे बनाम एनिमल एब्यूजर किंगपिन। कोलकाता से स्ट्रीट डॉग्स गायब हो रहे हैं। ठहरिए, दुर्लभ कुछओं से लेकर तो विलुप्त होने की कगार पर पहुंचे पक्षी भी गायब हो रहे हैं।
एक पागल और दुष्ट किस्म का इंसान एक एजेंसी चलाता है। उसने कम पढ़े लिखे लोगों को जमा कर रखा है जो 'भद्रलोक' को परेशान करने वाले कुत्तों को बाहर निकालते हैं। इनके जरिये यह दुष्ट इंसान कोलकाता बंदरगाह का उपयोग कर जानवरों को बेचता है। ये दुर्लभ किस्म के जानवर मिडिल ईस्ट तक पहुंचाए जाते हैं।
लेकिन हमारे सह निवासियों (जानवरों) और मूक प्राणियों की आवाज बनता है एक नायक, जो अपने मुक्कों और फ्लाइंग किक के जरिये सारी बात करता है। वह इनके लिए लड़ता है और 'लकड़बग्घा' (Lakadbaggha movie) महज एक्शन मूवी ही नहीं है।