पैडमैन कहानी अरुणांचलम मुरुगननांथम की जिंदगी से प्रेरित है। इस आविष्कारक की यात्रा इस फिल्म में दिखाई गई है। वह छोटे से शहर का रहने वाला है और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त करता है। भारत में महिलाओं के लिए सस्ते सेनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराने के लिए वह एक सपना देखता है और उसे पूरा करता है।
अरुणांचलम को तब बहुत बुरा लगता है जब वह अपने आसपास महिलाओं को सेनिटरी नैपकिन न खरीद पाने की लाचारी को देखता है क्योंकि यह अत्यंत ही महंगे हैं। वह सस्ते सेनिटरी नैपकिन बनाने की मशीन बनाने की सोचता है और उसके इस विचार का उपहास बनाया जाता है।
पैडमैन के जरिये उन लोगों को ट्रिब्यूट दी गई है जो अपना सपना पूरा करने की हिम्मत जुटाते हैं जिसके जरिये करोड़ों की जिंदगी में बदलाव आता है।