फुल्लू एक सोशल ड्रामा है जिसमें एक आदमी अपने गांव की महिलाओं के लिए सेनिटरी पैड्स बनाकर कम दामों में उपलब्ध कराता है। इस अनपढ़ आदमी को गांव में फुल्लू कह कर पुकारा जाता है। छोटे से गांव में रहने वाला फुल्लू शहर जाता है और गांव के लोगों के लिए चीजें खरीद कर लाता है। एक बार शहर पहुंचने पर उसे सेनिटरी नेपकिन के बारे में पता चलता है। वह फैसला करता है कि अपनी पत्नी और अन्य महिलाओं के लिए वह कम दाम में यह चीज बनाएगा। किस तरह से यह मूर्ख समझा जाने वाला इंसान बड़ा काम कर दिखाता है, यह फिल्म में दिखाया गया है।