1948 में आयोजित ओलिंपिक में हॉकी में भारत ने स्वर्ण पदक जीता था। यह स्वतंत्र भारत द्वारा जीता गया पहला गोल्ड मैडल था। इस वास्तविक घटना को आधार बना कर एक काल्पनिक कहानी रीमा कागती ने बुनी है जो 'गोल्ड' में दिखाई गई है। दिखाया गया है कि 1948 की जीत के पीछे 12 वर्षों की मेहनत लगी है।
बात 1936 की है और कहानी है तपन दास (अक्षय कुमार) नामक एक युवा असिस्टेंट मैनेजर की। उसका सपना था कि वह स्वतंत्र भारत की हॉकी टीम में खेलेगा। भारत के लिए गोल्ड मैडल हासिल करेगा।
तपने के सपने को पूरी करने की यात्रा को फिल्म में दर्शाया गया है।
इस फिल्म से टीवी की लोकप्रिय अभिनेत्री मौनी रॉय बिग स्क्रीन पर अपनी शुरुआत करने जा रही हैं। फिल्म का निर्देशन रीमा कागती ने किया है जो हनीमून ट्रेवल्स प्रा.लि. (2007) और तलाश (2012) बना चुकी हैं।