फास्ट एंड फ्यूरियस सीरिज अब उस सोडा की तरह हो गई है जिसमें फिज़ नहीं रहा। 'फास्ट एंड फ्यूरियस 9: द फास्ट सागा' देख लगता है कि बात को फिजूल ही खींचा जा रहा है। मेकर्स के पास बताने के लिए अब कुछ बाकी नहीं रहा है और यह केवल नाम का फायदा लेने के लिए ही बनाई गई है। जिस रोमांच और तेज रफ्तार के लिए यह सीरिज जानी जाती है वो नौंवे संस्करण में आकर धीमी और फीकी पड़ गई है। जो स्टंट्स दिखाए गए हैं वो लॉजिक के पार तो पहले ही थे, लेकिन इस बार तो सारी हदें पार कर दी गई हैं और कार को स्पेस में पहुंचा दिया गया है जो कहीं से भी तार्किक नहीं लगता। ब्लॉकबस्टरनुमा शैली में तेज भागती कारों के सीन फिल्माए गए हैं, लेकिन ये मशीनी लगते हैं जिसमें रोमांच पैदा नहीं होता।
शुरुआती मिनट जरूर थोड़ी हलचल मचाते हैं और उम्मीद जगाते हैं, लेकिन जल्दी ही फिल्म धड़ाम हो जाती है। नींव के रूप में कहानी घिसी-पिटी है और उस पर स्टंट्स की ऊंची बिल्डिंग खड़ी कर दी गई है जिसे भरभराकर गिरने में ज्यादा देर नहीं लगती। कमजोर कहानी के कारण तर्क-विरोधी स्टंट्स को ज्यादा देर तक नहीं झेला जा सकता, यहां तक कि इस सीरिज के फैंस भी शायद ही इसे पसंद करें।
F8 जहां खत्म होती है उसके दो साल बाद से F9 शुरू होती है। डोमिनिक टोरेटो उर्फ डोम एक सुदूर गांव में पत्नी लेटी ऑरिट्स (मिशेल रोड्रिग्ज) और बेटे ब्रायन के साथ आरामदायक जीवन जी रहा है। अचानक एक दिन उसके पुराने साथी रोमन पियर्स (टायरेस गिब्सन), तेज पार्कर (क्रिस 'लुडाक्रिस' ब्रिज) और रैमसे (नथाली इमैनुएल) आ धमकते हैं। वे बताते हैं कि खुफिया अधिकारी मिस्टर नोबडी (कर्ट रसेल) का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है जिसके बारे में डोम और उसके साथी पता लगाने के लिए मिशन पर चल पड़ते हैं।
डोम को पता लगता है कि इस साजिश के पीछे उसका भाई जैकब (जॉन सीना) भी है। जैक और डोम युवावस्था में ही अलग हो गए थे जब एक कार रेसिंग में दोनों के पिता मारे जाते हैं और डोम को पता लग जाता है कि इसमें जैकब का हाथ था। एरीस नामक उपकरण के दो हिस्सों की खोज में सब लगे हुए हैं क्योंकि इससे दुनिया भर के सैटेलाइट्स, हथियार और कम्प्यूटर्स को हैक किया जा सकता है। इसके लिए कहानी कोलोन, लंदन, टोक्यो, एडिनबर्ग सहित कई शहरों में घूमती है।
कहानी में पारिवारिक ट्रैक को भी खासा महत्व दिया गया है। डोम और जैकब के रिश्ते क्यों बिगड़े? क्यों दोनों एक-दूसरे के दुश्मन बन गए? इसे दिखाने के लिए कहानी को आगे-पीछे ले जाया गया है। एक्शन और स्टंट्स के बीच इमोशन को जगह देने की कोशिश की गई है, लेकिन बात नहीं बन पाती। जैकब और डोम के बीच गलतफहमी वाली बात को बहुत जल्दबाजी और सतही तरीके से दिखाया गया है जबकि इसको ज्यादा फुटेज दिए जाने थे क्योंकि इसके आधार पर ही आगे की कहानी की बुनियाद रखी गई है।
इस सीरिज की फिल्मों में लॉजिक की बात करना बेकार है, लेकिन नौंवे संस्करण में इतनी ऊंची-ऊंची फेंकी गई है कि हैरानी होती है। सड़कों पर जिस तरह का विनाश और तबाही फैलाई गई है कि लगता है कि कई मासूम अपनी जान से हाथ धो बैठे होंगे। इससे भी जी नहीं भरा तो कार को स्पेस में पहुंचा कर सैटेलाइट से टक्कर करवा दी गई। मैग्नेट के पॉवर पर एक्शन डायरेक्टर्स कुछ ज्यादा ही फिदा नजर आए।
प्रोडक्शन के हिसाब से भव्यता नजर आती है। सिनेमाटोग्राफी और बैकग्राउंड म्यूजिक फिल्म की भव्यता में और इजाफा करती है। संपादन फिल्म की गति को तेजी देता है।
निर्देशक जस्टिन लीन फास्ट एंड फ्यूरिस सीरिज की फिल्मों की खूबियों को ठीक से पेश नहीं कर पाए और फिल्म को नवीनता भी नहीं दे पाए।
विन डीजल अपने कंधों पर फिल्म का भार उठाते हैं। खास कर स्टंट्स में उन्हें देखना अच्छा लगता है। विन को जॉन सीना जोरदार टक्कर देते हैं। मिशेल रॉड्रिग्ज इमोशनल और एक्शन दृश्यों को संतुलित तरीके से अदा करती हैं। चार्लीज थेरॉन ग्लैमर को बढ़ाती हैं। उन्हें और फुटेज दिए जाने थे।
कुल मिलाकर फास्ट एंड फ्यूरियस का नौवां संस्करण वो विस्मयकारी अनुभव देने में विफल रहा जिसके लिए यह सीरिज जानी जाती है।
निर्देशक : जस्टिन ली
कलाकार : विन डीजल, जॉन सीना, मिशेल रॉड्रिग्ज, चार्लीज थेरॉन