टॉप गन 1986 में रिलीज हुई थी और 36 साल बाद इसका दूसरा भाग 'टॉप गन : मेवरिक' रिलीज हुआ है। 36 साल का वक्त बहुत लंबा होता है और पहला भाग आज के दर्शकों में से ज्यादातर ने नहीं देखा होगा, लेकिन पहले भाग को देखे बिना भी यदि आप दूसरा भाग देखते हैं तो कोई समस्या नहीं आएगी। पहले भाग से कहानी के जरूरी तार जोड़ कर दूसरा भाग बनाया गया है जो पुरानी यादों को ताजा करते हैं और नए दर्शकों को पुरानी कहानी की झलक मिल जाती है।
पहले भाग को टोनी स्कॉट ने निर्देशित किया था जबकि 'टॉप गन :मेवरिक' को जोसेफ कोसिंस्की ने बनाया है। मूल फिल्म का मुख्य पात्र पीट मेवरिक मिशेल (टॉम क्रूज) युवा था। उम्र उसके पक्ष में थी इसलिए उसकी कलाबाजियां विश्वसनीय थी। दूसरे भाग में पीट अब 50 के आसपास है। उसकी फिटनेस दिखाने के लिए फिल्म की शुरुआत में ही एक दृश्य ऐसा रखा गया है ताकि दर्शकों को विश्वास हो जाए।
पीट को प्रशिक्षण स्कूल में पायलटों के एक ग्रुप को प्रशिक्षित करने के लिए भेजा जाता है ताकि वे एक खतरनाक मिशन को अंजाम दे सके। प्रशिक्षुओं में 'रूस्टर' ब्रैडशॉ (माइल्स टेलर) भी है जो मेवरिक के दिवंगत और सबसे अच्छे दोस्त निक 'गूज' ब्रैडशॉ की संतान है। दर्शकों की तरह ट्रेनिंग ले रहे पायलट्स को भी पीट पर संदेह है, लेकिन जब वे उसके साहसिक कारनामों से रूबरू होते हैं तो उनका हृदय परिवर्तन होता है। बाद में मिशन को कैसे पूरा किया जाता है इसके इर्दगिर्द फिल्म की कहानी घूमती है।
कहानी में दो पीढ़ी का टकराव तो नजर आता ही है, लेकिन जिस तरह से मिशन पूरा होता है वो बेहद रोमांचकारी है। स्क्रीनप्ले इस तरह से लिखा गया है कि फिल्म बेहद तेज गति से भागती है और दर्शक फिल्म में खो जाते हैं। हवा में जो स्टंट और थ्रिल है वो दर्शकों को भरपूर मजा देता है। फिल्म सिंगल ट्रेक पर चलती है, लेकिन कहीं कोई कमी नहीं लगती। इसके लिए फिल्म का कसावट भरे स्क्रीनप्ले की दाद दी जा सकती है।
जोसेफ कोसिंस्की का निर्देशन बढ़िया है। उन्होंने फिल्म के बैलेंस को बनाए रखा है और टॉम क्रूज की फिल्म से दर्शकों को जो अपेक्षा रहती है वो पेश किया है।
टाइटल रोल में टॉम क्रूज टॉप फॉर्म में हैं। बात चाहे एक्टिंग की हो या स्टंट्स की वे इतने अद्भुत लगते हैं कि दर्शक उनके स्टारडम से चकित रह जाते हैं। माइल्स टेलर लेफ्टिनेंट ब्रैडली 'रूस्टर' ब्रैडशॉ की भूमिका में जमे हैं। जेनिफर कोनेली, ग्लेन पॉवेल सहित सारे कलाकारों का काम उम्दा है।
टेक्नीकल डिपार्टमेंट में फिल्म बेहद मजबूत है। क्लाउडियो मिरांडा की सिनेमाटोग्राफी अद्भुत है। जेरेमी हिंडल की प्रोडक्शन डिजाइनिंग उच्च कोटि की है। स्पेशल इफेक्ट्स और कंप्यूटर ग्राफिक्स लाजवाब है। एडी हैमिल्टन की एडिटिंग शार्प है। हिंदी डबिंग बढ़िया है।
टॉप गन का सीक्वल भले ही विलंब से आया हो, लेकिन मनोरंजक शैली में बनाई गई 'टॉप गन : मेवरिक' अपने पहले भाग से कहीं आगे है।