आम बजट को वैश्विक आर्थिक संकट और कठिन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में पेश संतुलित बजट करार देते हुए कांग्रेस ने शुक्रावार को कहा कि इसमें समावेशी विकास और सुधार को आगे बढ़ाते हुए कृषि, किसानों, शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक क्षेत्र और आधारभूत संरचना को विशेष तवज्जो दी गई है।
कांग्रेस नेता गिरिजा व्यास ने संसद भवन परिसर में कहा कि यह बजट कठिन परिस्थितियों में पेश किया गया संतुलित बजट है जिसमें महंगाई को कम करने के साथ ग्रामीण कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना के लिए ठोस प्रावधान किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि बजट में समावेशी विकास की पूर्ववर्ती नीति को आगे बढ़ाते हुए सामाजिक क्षेत्रों के लिए प्रावधान किए गए हैं। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर का जनता पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। व्यास ने कहा कि आम आदमी के लिए कर छूट में 20 हजार रूपये की वृद्धि की गई है, लेकिन इसमें थोड़ी और वृद्धि होती तो अच्छा था।
कांग्रेस के जगदम्बिका पाल ने कहा कि बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य और सामजिक क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया गया है और कृषि क्षेत्र के लिए आवंटन में लगभग 18 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। पूर्वी क्षेत्र में हरित क्रांति के लिए बजट को भी 400 करोड़ रुपए से बढ़ाकर इस वर्ष 1,000 करोड़ रुपए किया गया है।
कांग्रेस नेता जगदंबिका पाल ने कहा कि बजट में सिंचाई सुविधाओं के उन्नयन के संदर्भ में वर्षा जल संचयन पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। इस संबंध में कई योजनाओं का प्रस्ताव किया गया है। इसी पार्टी के संजय निरूपम ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में इससे अधिक बेहतर और संतुलित बजट नहीं तैयार किया जा सकता था।
उन्होंने कहा कि इसमें कृषि, किसानों और आधारभूत संरचना के लिए विशेष उपाय किए गए हैं। निरूपम ने कहा कि सेवा कर में वृद्धि का महंगाई पर कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ता है। आम जनता के हितों की रक्षा करने और अर्थव्यवस्था को मजबूती के साथ आगे बढ़ाने में बजट महत्वपूर्ण साबित होगा। (भाषा)