पहले भी हुआ है ऐसा : सूत्रों ने बताया कि अहमद के निधन के बाद लोकसभा अध्यक्ष के साथ अधिकारियों की बैठक हुई जिसमें माना गया कि इस प्रकार का मामला पहली बार सामने नहीं आया है जब बजट पेश करने के पहले किसी सांसद का निधन हुआ है। पहले के ऐसे मामलों में बजट को रोका नहीं गया। इसलिए इस बार भी बजट को टालने का कोई औचित्य नहीं है।