बनना है टेलीविजन एंकर

मार्गदर्शन
डॉ. जयंतीलाल भंडारी

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मैं टेलीविजन एंकरिंग के क्षेत्र में करियर बनाना चाहता हूँ। कृपया मार्गदर्शन प्रदान करें।

-नितिन शुक्ला, सुसनेर (शाजापुर)

मनोरंजन से भरपूर वर्तमान दौर में टेलीविजन रोजगार का बेहतर माध्यम बन गया है। टेलीविजन कार्यक्रमों और विभिन्न व्यावसायिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रस्तुतिकरण में टेलीविजन एंकर की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। इस क्षेत्र में प्रवेश के लिए किसी औपचारिक डिग्री की आवश्यकता नहीं होती, किंतु हिन्दी व अँगरेजी भाषा पर पूरा अधिकार अवश्य होना चाहिए। एंकर बनने हेतु अपनी अभिनय प्रतिभा एवं डायलॉग डिलेवरी को निखारने के लिए इन संस्थानों से संपर्क किया जा सकता है : फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे/ नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, नई दिल्ली।

मध्यप्रदेश में पर्यावरण विज्ञान से संबंधित पाठ्यक्रम किन-किन विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों में उपलब्ध हैं?

-रामसिंह चौहान, सोनकच्छ (देवास)

पर्यावरण विज्ञान से संबंधित पाठ्यक्रम कराने वाले मध्यप्रदेश के प्रमुख विश्वविद्यालय एवं संस्थान हैं- देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर/ विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन/ भारतीय वन प्रबंधन संस्थान, भोपाल।

साइकोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रम पत्राचार माध्यम से किस विश्वविद्यालय में उपलब्ध है?

-श्वेता शुक्ला, ग्वालियर

अन्नामलाई विश्वविद्यालय, अन्नामलाई नगर, तमिलनाडु में साइकोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रम पत्राचार माध्यम से उपलब्ध है।

क्या प्रशासनिक सेवा के लिए मध्यप्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय से स्नातक उत्तीर्ण होना मान्य है?

-सोनाली दुबे, ऐल्हा (पन्ना)

प्रशासनिक तथा अन्य सेवाओं की विभिन्ना परीक्षाओं के लिए भोज मुक्त विश्वविद्यालय की स्नातक डिग्री मान्यता प्राप्त है।

टेक्निकल राइटिंग क्या है तथा इससे संबंधित कोर्स कहाँ से किया जा सकता है?

-हेमंत देशमुख, इंदौर

टेक्निकल राइटिंग मुख्यतः वैज्ञानिक और तकनीकी सूचनाओं को सरल और साधारण शब्दों में प्रस्तुत करने की कला है। इससे साधारण व्यक्ति भी इन सूचनाओं का प्रयोग कर सकता है। इसके अंतर्गत डॉक्यूमेंटेशन स्पेशलिस्ट, इंस्ट्रक्शनल डिजाइनर, प्रपोजल राइटर आदि क्षेत्र उपलब्ध हैं। टेक्निकल राइटिंग का कोर्स इन संस्थानों में उपलब्ध है : आईआईटी, दिल्ली/ डॉक्यूमेंटेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग सेंटर, बेंगलुरू/ पुणे विश्वविद्यालय, पुणे।

बायो केमेस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के उपरांत रोजगार के क्या अवसर हैं?

-भूमिका मोगिया, रायपुर

फार्मास्युटिकल्स फूड ड्रिंक्स, एग्रीकल्चर इंडस्ट्री आदि में इस विषय के एक्सपर्ट्स की माँग बराबर बनी रहती है। इसके अलावा मेडिकल रिसर्च एवं डेवलपमेंट, टीचिंग एवं कंसल्टिंग में करियर बनाने के लिए पीएचडी उपयोगी होती है।

उपभोक्ता संरक्षण में प्रमाण-पत्र कोर्स पत्राचार माध्यम से कहाँ से किया जा सकता है?

-गोपाल राजपूत, इटारसी (होशंगाबाद)

पत्राचार माध्यम से उपभोक्ता संरक्षण में प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में उपलब्ध है।

मल्टीमीडिया गेमिंग का कोर्स कहाँ से करना उपयुक्त होगा?

-नीलेश लोहिया, उज्जैन

मल्टीमीडिया गेमिंग से जुड़े प्रमुख कोर्स इंडस्ट्रियल डिजाइन सेंटर, आईआईटी, पवई मुंबई/ नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद तथा एरिना मल्टीमीडिया में उपलब्ध हैं।

मैं जर्मन भाषा के क्षेत्र में करियर बनाना चाहता हूँ। जर्मन भाषा का कोर्स कराने वाले संस्थानों की जानकारी दें।

-यशपाल धुर्वे, छिंदवाड़ा

जर्मन भाषा के पाठ्यक्रम इन संस्थानों द्वारा चलाए जा रहे हैं : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली/ बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी/ उत्कल विश्वविद्यालय, उड़ीसा।

वन्य जीवन विज्ञान में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम कहाँ से किया जा सकता है?

-नेहा शर्मा, जबलपुर

वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, देहरादून से वन्य जीवन विज्ञान में एमएससी की जा सकती है।

क्या मध्यप्रदेश राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा में निगेटिव मार्किंग होती है?

-साहिल खान, बुरहानपुर

मध्यप्रदेश राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा में निगेटिव मार्किंग (ऋणात्मक मूल्यांकन) नहीं होती है।

मुझे कुछ ऐसे कोर्सों की जानकारी दीजिए, जिनमें प्रवेश के लिए औपचारिक डिग्री की जरूरत न हो तथा रोजगार के अच्छे अवसर उपलब्ध हों।

-दिनेश परमार, झाबुआ।

आप अपनी रुचि, योग्यता तथा क्षमता के अनुसार कोई भी विकल्प चुन सकते हैं। ऐसे कई कोर्स उपलब्ध हैं, जो आपको कम अवधि में रोजगार के अच्छे अवसर उपलब्ध कराते हैं, जैसे फैशन डिजाइनिंग, होटल मैनेजमेंट तथा कैटरिंग, मॉडलिंग, पर्यटन, इंटीरियर डिजाइनिंग, बीमा, सेक्रेटरियल वर्क, कॉल सेंटर, कम्प्यूटर कोर्स आदि।

मैं आर्काइविस्ट बनना चाहता हूँ। आर्काइविस्ट का कोर्स कहाँ से किया जाना उपयुक्त होगा?

-भूपेंद्र सोनी, रीवा

विरासतों को सहेजने और इनके द्वारा दी गई सूचनाओं को जन-सामान्य तक पहुँचाना जिस प्रोफेशनल व्यक्ति के जिम्मे होता है, वह आर्काइविस्ट या अभिलेखाकार कहलाता है। इसका कोर्स इन संस्थानों से किया जाना उपयुक्त होगा : नेशनल आर्काइव्स ऑफ इंडिया, जनपथ नई दिल्ली/ गुजरात विद्यापीठ, आश्रम रोड, अहमदाबाद/ महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर/ अन्नामलाई विश्वविद्यालय, साऊथ एकॉट वल्लार, अन्नामलाई नगर।

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