चन्द्रसेन विराट : एक मुलाकात

हिन्दी गजल की यशस्वी परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य अनेक कवियों ने सफलतापूर्वक किया है। उनमें चन्द्रसेन विराट का नाम सम्मानपूर्वक लिया जाता है। छंद शास्त्र के मर्मज्ञ श्री विराट ने अनेक छंदों में कुशलता के साथ हिन्दी साहित्य को समृद्ध करने में अहम भूमिका का निर्वहन किया है।

आपकी कविताओं में एक ओर जहां प्राचीन भारतीय संस्कृति, परंपरा और जीवन मूल्यों को यथोचित स्थान मिला है वहीं आधुनिक भौतिकवाद से भ्रमित समाज को एक सुयोग्य दिशा भी प्रतीत होती है। प्रस्तुत है चन्द्रसेन विराट से एक मुलाकात, साहित्यकार राकेश शर्मा के साथ-

साक्षात्कार : चन्द्रसेन विराट (I)

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साक्षात्कार : चन्द्रसेन विराट (II)

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साक्षात्कार : चन्द्रसेन विराट (III)

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साक्षात्कार : चन्द्रसेन विराट विराट (IV)

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साक्षात्कार : चन्द्रसेन विराट (V)

समाप्

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