कुमार शानु : क्या कहते हैं सितारे

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प्रसिद्ध पार्श्वगायक कुमार शानु का जन्म 23 सितंबर 1957 को कन्या लग्न वृषभ नवांश सिंह राशि में हुआ। कन्या लग्न वाले जातकों की आवाज काफी हद तक मधुर देखी गई है।

कुमार शानु ने कई फिल्मों को अपनी मधुर आवाज से नवाजा है। आखिर इतनी मधुर आवाज के लिए किन ग्रहों का योगदान होता है, जानते हैं।

लग्न भाव स्वयं के व्यक्तित्व बारे में बताता है। लग्न में बैठने वाले ग्रह उन पर पड़ने वाली दृष्टि व लग्नेश की स्थिति से उस जातक बारे में जाना जा सकता है।

कुमार शानु की पत्रिका में गुरु के साथ सूर्य व मंगल है वहीं लग्नेश द्वादश भाव में सूर्य की राशि सिंह में है। यहां पर राशि परिवर्तन राजयोग भी बन रहा है। मंगल साहस देता है तो गुरु सोचने-समझने की शक्ति देता है, वहीं सूर्य उस जातक को तेजस्वी बनाता है।

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कुमार शानु में वो सभी गुण हैं। तृतीय भाव वाणी का है, इसका स्वामी मंगल कन्या राशि में लग्न में है। स्वाभाविक है कि आवाज दमदार होगी ही।

स्वर भाव का स्वामी शुक्र राहु के साथ होकर स्वराशि का है। आपकी आवाज इसी शुक्र के कारण कर्ण प्रिय है। पंचम भाव मनोरंजन का है। उस भाव का स्वामी शनि तृतीय भाव से तृतीय दृष्टि से पंचम भाव को देख रहा है।

इस कारण आप मनोरंजन की दुनिया में हैं। 16 नवंबर से शनि का गोचर भ्रमण द्वितीय भाव (स्वर) से होने के कारण आपको कोई विशेष पुरस्कार मिल सकता है।

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