chandrayaan-3 : प्रज्ञान रोवर ने काम पूरा किया, ISRO ने कहा- स्लीप मोड में डाला गया, अब 22 सितंबर को इसके जागने की उम्मीद

Webdunia
शनिवार, 2 सितम्बर 2023 (22:59 IST)
Chandrayaan-3 : चंद्रयान-3 ने दक्षिणी ध्रुव पर उतरकर इतिहास रचा। 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर उतरने के बाद लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान अपना काम बखूबी कर रहे थे।  अब रोवर प्रज्ञान ने अपने काम को खत्म पूरा कर दिया है। इसके बाद उसे स्लीप मोड में सेट करके सुरक्षित पार्क कर दिया गया है। इस अपडेट के बारे में भारतीय स्पेस एजेंसी (ISRO) ने जानकारी दी है।

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चंद्रमा पर अब रात हो गई है। इसरो ने कहा कि अब 22 सितंबर को इसके जागने की उम्मीद है जब चांद पर सूर्योदय होगा। इसमें लगे दोनों पेलोड APXS और LIBS अब बंद हैं। इन पेलोड से डेटा लैंडर के जरिए पृथ्वी तक पहुंचा दिया गया है।

इसरो ने अपने ट्‍वीट में क्या कहा : इसरो ने अपने ट्वीट में बताया कि रोवर ने अपना कार्य पूरा कर लिया। इसे अब सुरक्षित रूप से पार्क किया गया है और स्लीप मोड में सेट किया गया है। APXS और LIBS पेलोड बंद कर दिए गए हैं। इन पेलोड से डेटा लैंडर के माध्यम से पृथ्वी पर प्रेषित किया जाता है। 
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Chandrayaan-3 Mission:
The Rover completed its assignments.

It is now safely parked and set into Sleep mode.
APXS and LIBS payloads are turned off.
Data from these payloads is transmitted to the Earth via the Lander.

Currently, the battery is fully charged.
The solar panel is…

— ISRO (@isro) September 2, 2023 >
फिलहाल, बैटरी पूरी तरह चार्ज है। इसके साथ ही सौर पैनल 22 सितंबर, 2023 को अपेक्षित अगले सूर्योदय पर प्रकाश प्राप्त करने के लिए उन्मुख है। हालांकि रिसीवर चालू रखा गया है। इसरो ने कहा कि असाइनमेंट के दूसरे सेट के लिए सफल जागृति की उम्मीद है। अगर ऐसा नहीं होता है तो यह चांद पर भारत के चंद्र राजदूत के रूप में हमेशा वहीं रहेगा।

अब इसरो का सूर्य मिशन : शनिवार को एक और मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इस मिशन का नाम आदित्य L-1 है। ये ISRO का पहला सूर्य मिशन था, जिसके चारों चरण सफल हो गए हैं। पीएम मोदी ने ट्वीट करके इस सफलता के लिए इसरो को बधाई दी है। 
पीएम मोदी ने दी बधाई : इसरो के इस मिशन के लिए पीएम मोदी ने बधाई दी। उन्होंने कहा कि 'चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा जारी रखी है। भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य -एल1 के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो के हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई। संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए ब्रह्मांड की बेहतर समझ विकसित करने के लिए हमारे अथक वैज्ञानिक प्रयास जारी रहेंगे।
Edited by : Sudhir Sharma