रायपुर। सियासत में वैसे तो आपने अक्सर नेताओं से जुड़ी हुई टोने-टोटके और शकुन और अपशकुन की खबरें आपने पढ़ी होंगी, लेकिन अक्सर जब नेताओं से इस बारे में पूछा जाता है तो वे इस पर कुछ भी कहने से बचते नजर आते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में वरिष्ठ कांग्रेस विधायक रेणु जोगी अपने पति और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के लिए हिन्दी वर्णमाला के 'ज' शब्द को सहीं नहीं मानती हैं।
रेणु जोगी ने इसके पीछे अजीत जोगी से जुड़े उन विवादों को बताया है जो 'ज' शब्द से शुरू होते हैं। किताब में रेणु जोगी राजनीति में आने के बाद अजीत जोगी से जुड़े जाति विवाद, 2003 विधानसभा चुनाव से पहले जग्गी हत्याकांड, जूदेव टेपकांड मामले में जोगी का नाम सुर्खियों में आने को, पिछले चुनाव से ठीक पहले झीरम घाटी मामले में अजीत जोगी के नाम आने का उल्लेख किया है।
इसके साथ ही रेणु जोगी, अजीत जोगी के कांग्रेस से अलग होकर जनता कांग्रेस बनाने में भी 'ज' शब्द की बड़ी भूमिका मानती है। किताब के विमोचन पर बोलते हुए रेणु जोगी ने कहा कि अब उनको 'ज' शब्द से डर लगने लगा है, इसलिए वे 'ज' शब्द को बोलने से घबराने लगी हैं। रेणु जोगी ने किताब से अजीत जोगी के 40 साल से जुड़े प्रसंगों को कम शब्दों में लोगों से साझा किया है।