रेणु जोगी से कांग्रेस ने किया किनारा, क्या मिल पाएगा टिकट...?

विशेष प्रतिनिधि
रविवार, 16 सितम्बर 2018 (11:32 IST)
रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस से रेणु जोगी का रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच चुका। इंतजार केवल आधिकारिक ऐलान का बाकी रह गया है। क्या कांग्रेस अब पूरी तरह जोगी परिवार से किनारा करने जा रही है? क्या पार्टी अपनी सीनियर विधायक रेणु जोगी को विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं देगी?
 
 
ये ऐसे सवाल हैं, जो आज पूरे छत्तीसगढ़ के सियासी गलियारों और लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आता जा रहा, रेणु जोगी को लेकर ये सवाल भी बड़े होते जा रहे हैं। अजीत जोगी के कांग्रेस छोड़कर 'जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़' बनाने के बाद भी उनकी पत्नी रेणु जोगी कांग्रेस में बनी हुई हैं।
 
 
रेणु जोगी कोटा विधानसभा सीट से कांग्रेस की विधायक हैं। रेणु जोगी कांग्रेस में तो हैं, लेकिन पार्टी में उनकी निष्ठा को लेकर बराबर सवाल उठ रहे हैं। शायद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मान रहे हैं कि रेणु जोगी आज नहीं तो कल, कांग्रेस छोड़ अपने पति की पार्टी में जाएंगी। शायद इसी के डर से अब पार्टी रेणु जोगी से किनारा करती हुई दिख रही है।
 
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने शनिवार को जब अपनी 300 से अधिक सदस्यों वाली अब तक की सबसे बड़ी कार्यकारिणी का ऐलान किया तो उसमें रेणु जोगी का कहीं नाम तक नहीं था। रेणु जोगी पुरानी कार्यकारिणी में स्थायी आमंत्रित सदस्य थीं।
 
 
इस घोषणा के बाद अचानक सियासी माहौल गर्म हो गया है। एक ओर तो भूपेश बघेल ने अपनी नई टीम में अपनी सीनियर विधायक रेणु जोगी को जगह नहीं दी, वहीं दूसरी ओर जोगी की पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए लोगों को जगह दी गई। इसके बाद यह सवाल फिर खड़ा हो गया कि रेणु जोगी आखिरकार कांग्रेस में कब तक? वहीं रेणु जोगी के कांग्रेस से टिकट मिलने पर भी सवाल उठ खड़ा हुआ है।
 
कांग्रेस ने इस बार टिकट देने का जो फॉर्मूला बनाया है, उसके मुताबिक उम्मीदवार का नाम ब्लॉक स्तर से ऊपर आना चाहिए। रेणु जोगी ने पार्टी के नए नियम को देखते हुए कोटा विधानसभा से ब्लॉक स्तर पर टिकट के आवेदन तो दिया लेकिन पार्टी सूत्रों के मुताबिक स्थानीय स्तर पर पार्टी के नेता रेणु जोगी को टिकट देने के समर्थन में नहीं हैं।
 
 
शायद इसीलिए शायद ब्लॉक लेवल से रेणु जोगी का नाम पीसीसी को नहीं भेजा गया है। ऐसे में रेणु जोगी के कांग्रेस से टिकट मिलने पर सवाल उठ खड़ा हुआ है, वहीं इस बारे में रेणु जोगी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। दूसरी ओर कांग्रेस कह रही है कि पार्टी ने हर निर्णय सोच-समझकर लिया है यानी रेणु जोगी को लेकर पार्टी का 'इशारा' साफ है।

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