रायपुर। जुबान पर जीत के दावे और मन में एक ही सवाल- कौन बनेगा मुख्यमंत्री? प्रदेश कांग्रेस के आला नेता पिछले दो दिनों से इसी अंदाज में दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गाँधी से मिल रहे हैं। सोमवार को मतगणना होनी है। लिहाजा, नेताओं की वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है।
शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष महेन्द्र कर्मा ने श्रीमती गाँधी के अलावा कांग्रेस महासचिव राहुल गाँधी से भी मुलाकात की। कर्मा ने दोनों नेताओं को प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने का भरोसा दिलाया। उन्होंने जीतने वाली सीटों का आँकड़ा 45 से ज्यादा बताया है। शाम की उड़ान से वे रायपुर लौट आए। सलवा जुड़ूम के चलते कर्मा दमदार आदिवासी नेता के रूप में उभरे हैं। कांग्रेस को बहुमत मिला और आदिवासी मुख्यमंत्री की बात चली तो कर्मा प्रमुख दावेदारों में होंगे।
गुरुवार की रात दिल्ली पहुँचे प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की अब तक आलाकमान से चर्चा नहीं हो पाई है। उन्होंने कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा व अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की है। दूसरे कार्यकारी अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा ने खुद को दिल्ली की दौड़ से दूर रखा है। वे पारिवारिक कार्य से मुंबई में थे और राजधानी लौट आए हैं।
मालूम हो कि प्रदेश कांग्रेस के तमाम नेता विधानसभा चुनाव में बहुमत मिलने की आस लगाए बैठे हैं। नतीजे आने से पहले ही पार्टी में नए मुख्यमंत्री के सवाल पर सुगबुगाहट तेज हो गई है। नेताओं के ताजा दिल्ली प्रवास को इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है। गुरुवार को सांसद अजीत जोगी, प्रदेश अध्यक्ष धनेन्द्र साहू व पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल ने श्रीमती गाँधी से मुलाकात कर कांग्रेस की जीत का दावा किया था। साहू व शुक्ल शनिवार की सुबह राजधानी लौट आएँगे। (नईदुनिया)