मीडिया की खबरों में कहा गया है कि मांट्रियल में रहने वाले फिजिशियन संजीतसिंह सलूजा और उनके न्यूरो सर्जन भाई रंजीत सिंह ने धार्मिक सलाहकार, परिवार एवं दोस्तों से संपर्क करने के बाद दाढ़ी कटवाने का निर्णय किया।
एमयूएचसी में बतौर न्यूरो सर्जन काम कर रहे रंजीत ने कहा कि हम काम नहीं करने का विकल्प चुन सकते थे, कोविड मरीजों को देखने से मना कर सकते थे लेकिन यह फिजिशियन रूप में ली गई शपथ एवं सेवा के सिद्धांतों के खिलाफ होता। उन्होंने एमयूएचसी की वेबसाइट पर पोस्ट एक वीडियो संदेश में यह बात कही है।
सलूजा ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत कठिन निर्णय था लेकिन हमने यह महसूस किया कि मौजूदा समय में यह सबसे आवश्यक है। उनके हवाले से मांट्रियल गजट ने खबर दी, 'इस निर्णय ने मुझे उदास कर दिया। यह कुछ ऐसा था जो मेरी पहचान से जुड़ा था। मैं आईने में स्वयं को बहुत अलग देखता हूं। प्रत्येक सुबह जब मैं सुबह खुद को देखता हूं तो यह मुझे थोड़ा झटका देता है।