उन्होंने कहा कि क्योंकि अंबाजोगई नगर के शवदाहगृहों में संबंधित लोगों का अंतिम संस्कार किए जाने का स्थानीय निवासियों ने विरोध किया था, इसलिए स्थानीय अधिकारियों को अंत्येष्टि के लिए दूसरी जगह ढूंढ़नी पड़ी जहां जगह कम थी।
अंबाजोगई नगर परिषद के प्रमुख अशोक साबले ने बताया कि वर्तमान में हमारे पास जो शवदाहगृह हैं, वहां संबंधित मृतकों का अंतिम संस्कार किए जाने का स्थानीय लोगों ने विरोध किया, इसलिए हमें नगर से दो किलोमीटर दूर मांडवा मार्ग पर एक अन्य स्थान ढूंढ़ना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस नए अस्थायी अंत्येष्टि गृह में जगह की कमी है।
उन्होंने कहा कि चूंकि कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है और इसके चलते मौत का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है, इसलिए अस्थायी शवदाह गृह को विस्तारित करने तथा मानसून शुरू होने से पहले इसे वाटरप्रूफ बनाए जाने की योजना तैयार की जा रही है।