मुंबई, इंदौर के बाद अहमदाबाद भी खतरनाक ढंग से कोरोना के नए हॉटस्पॉट में तब्दील होता जा रहा है। अहमदाबाद में 24 घंटे में 19 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो गई, जबकि 100 नए केस सामने आए हैं।
उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। अभी तक अहमदाबाद में महामारी से 105 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि देश के सर्वाधिक कोरोना ग्रस्त महाराष्ट्र में मरीजों की संख्या 8 हजार का आंकड़ा पार कर गई है।
देश के दो बड़े राज्यों महाराष्ट्र और गुजरात में कोरोना वायरस (कोविड 19) के प्रकोप से अब तक क्रमशः 342 और 151 संक्रमितों की मौत हो गई है जो देश भर में कोरोना से हुई मौतों का करीब 56 प्रतिशत है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार देश भर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 27892 तक पहुंच गई है तथा इस महामारी के कारण मरने वालों का आंकड़ा 872 हो गया है। वहीं, अब तक 6185 लोगों को स्वस्थ होने के बाद विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है।
सोमवार को हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में अभी तक 8086 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं इस घातक वायरस की वजह से 342 लोगों की जान जा चुकी है। महाराष्ट्र में मृत्यु दर 4.24 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट 14.1% है।
इसी तरह गुजरात में अकेले अहमदाबाद में ही अब तक 2181 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। अहमदाबाद इसलिए अब और भी खतरनाक स्थिति में पहुंचता दिखाई दे रहा है, क्योंकि पिछले एक सप्ताह में यहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा 60 प्रतिशत तक बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 20 अप्रैल के बाद से अब तक इस शहर में 67 लोगों की मौत हो चुकी है, जो कि मुंबई से काफी अधिक है।
आपको बता दें कि अहमदाबाद नगर निगम के आयुक्त विजय नेहरा भी आशंका जता चुके हैं कि यदि अहमदाबाद में कोरोना केस ऐसे ही बढ़ते रहे तो हमारे यहां 15 मई तक 50 हजार मामले होंगे और 31 मई तक यह संख्या बढ़कर करीब 8 लाख हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि गुजरात से सटे प्रदेशों जैसे महाराष्ट्र, राजस्थान, और मध्य प्रदेश में भी कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैला है। इन दोनों राज्यों में संक्रमितों की संख्या मिलाकर 11369 है, जबकि महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 650 हो गई है, जो देश में कोरोना वायरस के कारण हुई कुल मौतों का लगभग 74 फीसदी है।