एजेडी1222 टीका जो लाइसेंस के तहत भारत के सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा कोविशील्ड के रूप में भी बनाया जा रहा है और जिसे इंसानों पर इस्तेमाल के लिए ब्रिटेन एवं यूरोपीय औषधि नियामकों की मंजूरी मिल चुकी है, उसे अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (यूएशएफडीए) से मंजूरी मिलना बाकी है।
गुरुवार को जारी दूसरी तिमाही के आर्थिक परिणामों के तहत 'कोविड-19 टीका एस्ट्राजेनेका सार्स-सीओवी-2 (अमेरिका)' के लिए यूएसडीएफए से स्वीकृति लेने के लिए आवेदन देने की समय सारिणी वर्ष के अंत में दिखाता है। इसमें दिखाया गया कि कंपनी और उसके सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया समेत उसके उप लाइसेंसी ने इस साल के शुरुआती 6 महीनों में करीब 170 देशों को 70 करोड़ खुराकों से अधिक की आपूर्ति की है।
यूएसएफडीए के समक्ष आवेदन के लिए मार्च के अंत से ही काम चल रहा है जब एस्ट्राजेनेका ने अमेरिका में कोविड-19 टीके के अपने क्लिनिकल परीक्षणों के आंकड़े जारी किए थे। एस्ट्राजेनेका ने वैश्विक महामारी के रहने तक गैर-लाभकारी आधार पर टीके देने का वादा किया है। इसकी आपूर्तियों में 8 करोड़ वे खुराकें भी शामिल हैं, जो कम एवं मध्यम आय वाले देशों के लिए कोवैक्स पहल को जाती हैं।
कुल मिलाकर, एस्ट्राजेनेका ने 15.5 अरब डॉलर के राजस्व की सूचना दी है जो पिछले से 23 प्रतिशत ज्यादा है, जिसमें लगभग 1.17 अरब डॉलर कोविड टीकों की आपूर्ति से अर्जित हुए हैं।(भाषा)