यहां बेबे नानकी रोड स्थित आरसीएफ के पास झुग्गी-झोपड़ी में रामू नाम का युवक रहता है। कर्फ्यू से दो दिन पहले मुक्तसर के गांव वड़िंग से उसकी बुजुर्ग मां मंगली देवी आकर रहने लगी। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक कुछ दिन बीमार रहने के बाद अचानक उसकी मौत हो गई। जैसे ही मां की मौत हुई बेटा उसके शव को छोड़कर भाग गया।
रामू बेहद गरीब व्यक्ति है, उसके पास अंतिम संस्कार के और मां के शव को श्मशान घाट पहुंचाने के पैसे भी नहीं थे। बाद में अधिकारियों की मदद से रिक्शा में शव को ले जाया गया और अंतिम क्रियाएं की गई।