नई दिल्ली। राजधानी के लोग वर्तमान में दोहरी मार झेल रहे हैं। एक तो अबोहवा में प्रदूषण का जहर घुला हुआ है तो दूसरी तरफ जानलेवा कोरोनावायरस के दिन-प्रतिदिन रिकॉर्डतोड़ नए मामले आ रहे हैं। राजधानी की हवा में गुणवत्ता का स्तर एक बार फिर बहुत खराब श्रेणी से बढ़कर गंभीर स्थिति की श्रेणी में पहुंच गया है।
राजधानी में वायु गुणALSO READ: हर दिल्लीवासी को 5 लोगों को प्रदूषण निरोधक अभियान से जुड़ने को प्रेरित करना चाहिए : गोपाल रायवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर 400 को लांघ गया है, जो सबसे अधिक खराब माना श्रेणी में आता है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार सुबह अलीपुर में एक्यूआई 405 तो आनंद विहार में यह स्तर 401 दर्ज किया गया। वजीरपुर में यह 410 था।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार जहांगीरपुरी में एक्यूआई का स्तर 420 मापा गया। लोधी रोड में आईक्यूयू 311, आरके पुरम में 376, आईटीओ पर 384 और पंजाबी बाग में 387 रहा, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। उधर दिल्ली में बुधवार शाम कोरोना के रिकॉर्ड 5,163 नए मामले सामने आए हैं।
राजधानी में कोरोनावायरस के रिकॉर्डतोड़ नए मामले और अबोहवा के बुरी तरह दूषित होने को देखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूलों को अभी नहीं खोलने का फैसला किया है। उपमुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को यह जानकारी दी। पिछले आदेश में 31 अक्टूबर तक स्कूल बंद किए गए थे और अब अगले आदेश तक यह बंद रहेंगे। (वार्ता)