नई दिल्ली। दिल्ली सरकार कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के मद्देनजर नाइट कर्फ्यू लागू कर सकती है। राष्ट्रीय राजधानी कोरोना ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के येलो ग्रेड में प्रवेश करने के करीब है। नाइट कर्फ्यू पर फैसला लेने पर विचार चल रहा है। अगले 2 दिनों में इस संबंध में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा सकता है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को कोरोना के 249 नए मामले दर्ज किए और इसके कारण एक मौत हुई। यहां पर सकारात्मकता दर 0.43 प्रतिशत दर्ज की गई। एक हफ्ते में दिल्ली में 1058 लोग कोरोना संक्रमित मिले जबकि 4 मरीजों की मौत हो गई।
उल्लेखनीय है कि जीआरएपी के तहत कोविड -19 स्थिति के संबंध में 4 प्रकार के अलर्ट स्तर निर्देशित किए गए हैं। इसी के आधार पर संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए कुछ कदम उठाए जाते हैं। जीआरएपी के अनुसार,लेवल -1 (येलो) तब जारी किया जाता है, जब लगातार दो दिनों तक सकारात्मकता दर 0.5 प्रतिशत को पार करती है। एक सप्ताह में 1500 नए मामले दर्ज होते हैं और 500 रोगियों को ऑक्सीजन बेड की आवश्यकता होती है।
लेवल -2 (अंबर) तब जारी किया जाता है, जब सकारात्मकता दर लगातार दो दिनों तक 1 प्रतिशत से अधिक हो जाती है। एक सप्ताह के भीतर 3500 नए कोविड -19 मामले दर्ज किए जाते हैं और 700 ऑक्सीजन बेड भर जाते हैं।
लेवल-3 (ऑरेंज) लगातार दो दिनों तक सकारात्मकता दर 2 फीसदी से ज्यादा होने पर जारी किया जाता है। साथ ही एक हफ्ते में नए मामलों की संख्या 9000 होनी चाहिए, जिसमें 1000 मरीजों को ऑक्सीजन बेड की जरूरत होगी।
लेवर-4 (रेड) तब जारी किया जाता है कि जब लगातार दो दिनों तक सकारात्मकता दर 5 प्रतिशत से अधिक हो, 16000 से अधिक नए कोविड-19 मामले एक सप्ताह में आते हैं और 3000 रोगी ऑक्सीजन बेड पर भर्ती होते हैं।
दिल्ली में लेवल-1 के अलर्ट में नाइट कर्फ्यू रहेगा। लेवल-2 और 3 में रात्रि कर्फ्यू के अलावा सप्ताहांत का कर्फ्यू भी लगाया जाएगा। लेवल -4 अलर्ट शहर के पूर्ण तालाबंदी का आह्वान किया जाएगा। (इनपुट : वार्ता)