कोरोना वायरस (Corona Virus) से दुनिया के साथ भारत के लोग भी मुश्किल में हैं। महाराष्ट्र में 14 हजार से ज्यादा लोग इस वायरस के संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। पुणे भी महाराष्ट्र के उन शहरों में शामिल हैं, जहां इसका ज्यादा प्रभाव है। करीब 1300 मरीजों का इलाज अब भी विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। हालांकि स्थानीय प्रशासन द्वारा लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है, लेकिन जरूरी सामान के लिए लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
हालांकि पुणे में लॉकडाउन-3 की शुरुआत के बाद प्रतिबंधित क्षेत्र को कम कर दिया गया है। जिन इलाकों में कोरोना रोगी नहीं हैं या उनकी संख्या कम है, वहां लोगों को रियायतें दी गई हैं। नगर आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने बताया कि शहर में 84 वर्ग किलोमीटर का प्रतिबंधित क्षेत्र घटाकर 10 वर्ग किलोमीटर कर दिया गया है। इससे प्रतिबंधित क्षेत्र के बाहर के लोग की मुश्किलें कम होंगी। उन्होंने बताया कि आवासीय क्षेत्रों में दुकानें खुली रहेंगी। हालांकि मार्केट नहीं खुलेंगे।
जिला कलेक्टर नवल किशोर राम ने बताया कि पुणे, पिंपरी-चिंचवड़ नगर निगम और प्रतिबंधित क्षेत्रों को छोड़कर पुणे जिले में सभी उद्योगों, कारखानों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को तुरंत शुरू किया जा सकता है। हालांकि स्थानीय लोगों का मानना है कि प्रशासन सख्ती तो बरत रहा है, लेकिन लोगों को रोजमर्रा के सामान के लिए किसी भी तरह की परेशानी नहीं है।
पुणे के समीर सिद्धेश्वर ने कहा कि प्रमुख चौराहों को सील किया गया है, जबकि जहां-जहां दुकानें खुली हैं, वहां पुलिस तैनात है। इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि लोग लॉकडाउन का उल्लंघन नहीं करें। समीर ने वेदुनिया को बताया कि हालांकि कुछ समय के लिए शराब की दुकान के सामने लोगों की भीड़ लग गई थी, लेकिन पुलिस ने लोगों को वहां से हटाया।
इसी तरह निवेदिता बर्वे ने बताया कि लोगों को किसी भी तरह की समस्या नहीं है। सुबह 10 से 12 बजे तक जरूरी सामान- फल, सब्जी, किराना आदि की दुकानें खुली रहती हैं। हालांकि वाहन की अनुमति नहीं है, सभी लोगों को पैदल ही दुकान तक जाना होता है। दुकानदार ही वाहन का उपयोग कर सकते हैं। उन्हें QR कोड दिया गया है, जिसके स्केन के बाद ही पुलिस उन्हें दुकान तक जाने देती है। सभी लोग मास्क का प्रयोग करते हैं और प्रमुख सड़कों पर जरूर सन्नाटा रहता है।
उल्लेखनीय है कि फिलहाल पुणे के विभिन्न अस्पतालों में विभिन्न अस्पतालों में 1 हजार 288 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि अब तक 107 कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, बताया जा रहा है कि 76 मरीजों की हालत गंभीर है। अब तक पुणे शहर में 10 हजार 859 नागरिकों का कोरोना टेस्ट किया गया है। उनमें से 1 हजार 878 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।