स्पेन में कोरोना वायरस ने तबाही तो मचा ही दी है, लेकिन सबसे ज्यादा इसका असर यहां के बुजुर्गों पर हो रहा है। जो कोरोना से संक्रमित हैं, उनकी तो मौतें यहां लगातार हो ही रही है, लेकिन जो बुजुर्ग होम केयर्स यानी वृद्धाश्रम में रह रहे हैं, वे और ज्यादा अनाथ हो गए हैं। दरअसल, उन्हें देखने वाला कोई नहीं है। सारे लोग छुट्टी पर जा चुके हैं। जो इन केयर होम्स में काम करते थे, वे ज्यादातर लॉकडाउन में अपने घरों में हैं।
अगर ये लोग बीमार होते हैं, तो न तो कोई डॉक्टर है देखने वाला और न ही कोई अस्पताल उनलब्ध है इनके इलाज के लिए। क्योंकि स्पेन के सभी अस्पतालों में कोरोना के मरीजों का इलाज चल रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे में आम बीमारियों का इलाज संभव नहीं है। आलम यह है कि जो लोग इनकी देखभाल कर रहे हैं, वे बुजुर्गों को बेहोशी की दवा दे रहे हैं। इसके अलावा उनके पास कोई चारा ही नहीं बचा है। बेहद दुखी होकर बेहोश कर के उनके ठीक होने या मर जाने की दुआ कर रहे हैं कर्मचारी।
यहां की एक स्थानीय निवासी ने मीडिया को बताया कि जब ये बीमार पड़ते हैं तो इन्हें देखने वाला कोई नहीं है। वह कहती हैं जब वे ज्यादा बीमार पड़ जाते हैं और वे देखते हैं कि इनका इलाज नहीं हो पाएगा तो वे उन्हें बेहोशी की दवा देकर छोड़ देते हैं। वे देखते हैं कि ये कितनी देर तक जिंदा रह पाएंगे। ये अफसोस की बात है।
मैड्रिड के एक नर्सिंग होम में 3 हजार लोगों की मौत हो गई। कहा जाता है कि इसमें से करीब 2 हज़ार लोगों ने कोरना वायरस के चलते दम तोड़ा है। हालांकि ये भी दावा किया जा रहा है कि इसमें से कई लोगों का टेस्ट नहीं हुआ था। अब वहां के हॉस्पिटल केयर होम के लोगों को एडमिट नहीं कर रहे हैं। सरकारी डेटा के मुताबिक केयर होम में रहने वाले 40 फीसदी लोगों की अब तक मौत हो चुकी है।