अग्रवाल ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय देश में कोविड-19 के परीक्षण की क्षमता को लगातार बढ़ाने की जरूरत पर बल दे रहा है, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण को खत्म करने के लिए यथाशीघ्र अंतिम संक्रमित व्यक्ति तक पहुंचना संभव हो सके।
उन्होंने अमेरिका, इटली और फ्रांस सहित अन्य देशों की तुलना में कोरोना वायरस से संक्रमण की स्थिति भारत में नियंत्रित बताते हुए कहा कि देश में कुल मरीजों में 80 प्रतिशत से अधिक मरीज सामान्य लक्षण वाले हैं। इलाज के इंतजामों को भी मांग की तुलना में पर्याप्त से अधिक बताते हुए उन्होंने कहा कि देश में कुल 1671 मरीज गंभीर श्रेणी में हैं और इनका सघन चिकित्सा केन्द्र (आईसीयू) में इलाज चल रहा है।
इस दौरान गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि मंत्रालय ने संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में लोगों को घर पर ही आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर उपाय किए हैं। साथ ही मंत्रालय ने सभी राज्य सरकारों को आवश्यक वस्तुओं की अंतरराज्यीय स्तर पर एवं राज्य की सीमा में आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए स्पष्टीकरण भेजा है कि लॉकडाउन के दौरान इस प्रकार की वस्तुओं की आवाजाही पर कोई रोक नहीं है।
उन्होंने बताया कि इन दिनों लोगों के अपने कार्यालय के काम घर से ही करने, ऑनलाइन खरीदारी, और भुगतान में इजाफे के कारण साइबर अपराधों के बढ़ने की आशंका को देखते हुए मंत्रालय ने एहतियाती उपाय किए हैं। श्रीवास्तव ने कहा कि इसके लिए ‘साइबर दोस्त’ ट्विटर हैंडल के माध्यम से लोगों को साइबर सुरक्षा के उपाय बता रहे हैं।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मनोज मुरहेकर ने बताया कि देश में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण की जांच के लिए 1,86,906 परीक्षण किए जा चुके हैं। इनमें 8356 मामलों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। (भाषा)