भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर अब धीमे धीमे ब्रेक लगता हुआ दिखाई दे रहा है। सूबे में कोरोना संक्रमण केस में लगातार कमी के चलते मध्यप्रदेश अब देश में 7वें स्थान पर आ गया है। इसके पहले मध्यप्रदेश देश में 6 वें स्थान पर तथा उत्तरप्रदेश 7 वें स्थान पर था।
प्रदेश में कोरोना मरीजों का डबलिंग रेट 31 दिन और रिकवरी रेट 64.3 फीसदी पहुंच गया है, जबकि भारत की 47.9 प्रतिशत है। देश की तुलना में मध्यप्रदेश में लगभग 2 प्रतिशत नए संक्रमित मरीज पाए गए, जबकि पहले ये 8 प्रतिशत तक थे। वहीं देश में कोरोना के मरीजों का डबलिंग रेट वर्तमान में 15 दिन के आसपास बना हुआ है। ALSO READ: मानसून बन सकता है कोरोना का कैरियर,संक्रमण के और तेजी से फैलने का मंडराया खतरा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। प्रदेश में पॉजिटिव केस आ जरूर रहे हैं पर उससे ज्यादा लोग ठीक होकर घर जा रहे है। उन्होंने लोगों से अपील की लॉकडाउन खत्म होने के बाद असावधान बिल्कुल नहीं हो, हर व्यक्ति को पूरी सावधानी रखनी होगी, नहीं तो हम संक्रमण को रोक नहीं पायेंगे।
मुख्यमंत्री ने अफसरों को इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतने का निर्देश देते हुए कहा कि जरा सी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सागर मेडिकल कॉलेज में लगातार अव्यवस्था की शिकायत के बाद उन्होंने सागर मेडकिल कॉलेज के डीन को हटाने के निर्देश दिए। इसके साथ मुख्यमंत्री ने खंडवा जिले में कोरोना से मृत एक मरीज के डैथ एनालिसिस के दौरान निर्देश दिए कि उसकी मृत्यु की विस्तृत जाँच कराई जाए। उक्त मरीज को लक्षण होने के बाद भी किसके कहने पर डिस्चार्ज कर दिया गया था।
कोरोना पर रखें नजर - मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना वायरस के एक संभावित पीक को देखते हुए स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल सभी सावधानियां पूरी तरह बरती जाना चाहिए। जन जागरूकता अभियान निरंतर चलना चाहिए। सभी कलेक्टर अपने जिलों में आर्थिक गतिविधियों के संचालन के साथ संक्रमण न हो पाए इसके लिए प्रत्येक आवश्यक उपाय लागू करना सुनिश्चित करें।