CoronaVirus Threat : एक्शन में मोदी सरकार, कैसी है राज्यों की तैयारी?
शुक्रवार, 23 दिसंबर 2022 (08:09 IST)
नई दिल्ली। दुनिया के कई देशों में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए मोदी सरकार एक्शन में नजर आ रही है। पीएम मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की स्थिति पर पूरी नजर है। राज्यों ने महामारी से जंग की तैयारी शुरू कर दी है। लोगों के चेहरे पर एक बार फिर मास्क नजर आ रहे हैं। इस बीच आज दोपहर 3 बजे मांडविया ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक बुलाई है।
मांडविया ने कहा कि हम लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं। चीन और भारत के बीच कोई सीधी उड़ान नहीं है, लेकिन लोग दूसरे रास्तों से आते हैं। उन्होंने कहा कि ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि वायरस का कोई अज्ञात स्वरूप भारत में प्रवेश न करे और साथ ही यात्रा करने में कोई बाधा न हो।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस के स्वरूप ओमीक्रोन के उपस्वरूप बीएफ.7 का कोई मामला अब तक सामने नहीं आया है। मुख्यमंत्री ने सभी संक्रमित नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजने, एहतियाती खुराक लगाना सुनिश्चित करने और अस्पतालों में कर्मियों में वृद्धि के भी निर्देश जारी किए। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक वस्तुओं की खरीद के लिए पूर्व अनुमति लेने और सभी अस्पतालों में मशीनों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल रोज़ाना 2,500 नमूनों की जांच की जा रही हैं और अगर कोविड मामलों में वृद्धि होती है तो नमूनों की जांच की संख्या बढ़ाकर एक लाख तक की जा सकती है। उन्होंने कहा कि हमारे पास कोविड मरीजों के लिए 8,000 बिस्तर उपलब्ध हैं। संक्रमण के चरम पर पहुंचने के दौरान हमने 25,000 बिस्तर उपलब्ध कराए थे और बिस्तरों की क्षमता को बढ़ाकर 36,000 तक किया जा सकता है।
कर्नाटक सरकार ने राज्य में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी और सांस की गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीज़ों का अनिवार्य परीक्षण कराने का फैसला किया। मुख्यमंत्री बसवसराज बोम्मई की अध्यक्षता में कोविड-19 के विषय पर हुई एक बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने कहा कि सरकार ने बंद जगहों और वातानुकूलित कमरों में मास्क लगाना अनिवार्य करने का भी फैसला किया।
पंजाब के स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित अधिकारियों को राज्य में रोजाना की जाने वाली कोविड जांच की संख्या बढ़ाकर 10,000 करने के लिए कहा। राज्य के सभी सिविल सर्जन को भी निर्देश जारी किए गए हैं कि संक्रमित पाए जाने वाले नमूनों को पटियाला में ‘जीनोम अनुक्रमण’ के लिए भेजा जाए।
अहमदाबाद में गुजरात सरकार ने कैबिनेट की बैठक में कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा की। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि राज्य में कोविड की स्थिति नियंत्रण में है और ओमीक्रोन के उपप्रकार ‘बीएफ.7’ से संक्रमित कोई मरीज़ इलाजरत नहीं है। कैबिनेट बैठक के बाद विभिन्न जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों की अलग से समीक्षा बैठक भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बुलाई गई और उन्हें किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए।
चेन्नई में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे यहां अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचने वाले सभी यात्रियों की कोविड की जांच करें और संक्रमित पाए जाने पर मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार उनका इलाज करें। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे चीन में ‘ओमीक्रोन’ के प्रकोप की वजह से घबराए नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु सरकार लोगों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है।
केरल सरकार ने और अधिक नमूनों का जीनोम अनुक्रमण कराने का फैसला किया है, ताकि कोविड के प्रकार का पता चल सके। तिरुवनंतपुरम में केरल सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने एक बयान में कहा कि इस बाबत निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अस्पताल में सांस की बीमारी और तेज़ बुखार, गले में दर्द व सांस लेने में परेशानी की वजह से भर्ती मरीज़ों की कोविड की जांच करने को कहा गया है। वहीं केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य ने कोविड की रोकथाम के लिए प्रयास तेज़ कर दिए हैं।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की थर्मल जांच होगी। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में हुई समीक्षा बैठक के बाद नागपुर में विधानसभा में बताया कि राज्य में बीएफ.7 का कोई मामला नहीं है और सभी जिला तथा शहरी एजेंसियों को वायरस के नए उपस्वरूप के बारे में जागरुक किया जा रहा है और उन्हें सतर्क रहने के लिए कहा गया है। हर जिले में नोडल अधिकारी स्थिति पर निगाह रखेंगे। राज्य में नमूनों का जीनोम अनुक्रमण किया जा रहा है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उन्होंने कोरोना संक्रमण के सभी मामलों में जीनोम अनुक्रमण के निर्देश दिए हैं।
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी की स्थिति उत्पन्न होने पर उससे निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। यादव ने स्वास्थ्य अधिकारियों, चिकित्सकों और मेडिकल कॉलेजों के निदेशकों के साथ मिलकर राज्य में कोविड स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अस्पताल पूरी तरह से तैयार हैं और जांच एवं टीकाकरण का काम जोरों पर चल रहा है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग को कोरोना वायरस महामारी को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए कोविड-19 रोधी टीकों के लाभार्थियों को बूस्टर खुराक लगाने के लिए अभियान चलाने को कहा। उन्होंने कहा कि यदि नये मामले सामने आते हैं तो नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में कोविड नियंत्रण कक्षों को सक्रिय कर दिया जाना चाहिए।