Coronavirus in India : कोरोना पर PM की हाईलेवल मीटिंग, लोगों को दी मास्क पहनने की सलाह, जानिए बैठक की खास बातें

गुरुवार, 22 दिसंबर 2022 (19:16 IST)
नई दिल्ली। Coronavirus 22 Dec Update : दुनिया के कुछ हिस्सों में कोविड-19 के मामलों में तेज उछाल के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लापरवाही के प्रति आगाह करते हुए कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। यहां अपनी अध्यक्षता में आयोजित हाईलेवल मीटिंग के दौरान उन्होंने सतर्क रहने की जरूरत पर जोर दिया।
 
प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपनाए जा रहे निगरानी उपायों को मजबूत करें खासकर हवाई हड्डों पर।
 
इस बैठक का आयोजन देश में कोविड-19 के हालात, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे एवं आवाजाही, टीकाकरण अभियान की स्थिति और नए वैरिएंट के उदय तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य पर इसके असर के आकलन के लिए किया गया था।
 
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक मोदी ने अधिकारियों से किसी भी तरह की लापरवाही ना बरतने को लेकर आगाह किया और कोरोना मामलों की कड़ी निगरानी की सलाह दी।
 
प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया कि सभी स्तरों पर उपकरणों, प्रक्रियाओं और मानव संसाधनों के मामले में तैयारी उच्च स्तर की होनी चाहिए।
 
उन्होंने राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर, पीएसए संयंत्रों, वेंटिलेटर और मानव संसाधन सहित अस्पताल के बुनियादी ढांचे से संबंधित कोविड विशिष्ट सुविधाओं का लेखाजोखा करने की सलाह दी।
 
पीएमओ ने कहा कि बैठक के दौरान देश में कोविड की स्थिति और वैश्विक कोविड-19 की स्थिति के बारे में एक व्यापक प्रस्तुति दी गई।
 
प्रधानमंत्री को बताया गया कि 22 दिसंबर, 2022 को समाप्त सप्ताह में भारत में मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है और औसत दैनिक मामले घटकर 153 और साप्ताहिक संक्रमण की दर घटकर 0.14 प्रतिशत हो गई है। हालांकि, पिछले 6 हफ्तों से वैश्विक स्तर पर 5.9 लाख दैनिक औसत मामले दर्ज किए गए हैं।
 
पीएमओ के अनुसार प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को परीक्षण और जीनोमिक अनुक्रमण प्रयासों को तेज करने का निर्देश दिया।
 
उसके मुताबिक राज्यों से यह भी कहा गया है कि वे दैनिक आधार पर जीनोम अनुक्रमण के लिए नामित जीनोम सीक्वेंसिंग प्रयोगशालाओं (एलजीएसएल) के साथ बड़ी संख्या में नमूने साझा करें।
 
इससे देश में संक्रमण के नए प्रकारों का समय पर पता लगाने में मदद मिलेगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को शुरू करने में मदद मिलेगी।
 
प्रधानमंत्री ने सभी से हर समय कोविड के उपयुक्त व्यवहार का पालन करने का आग्रह किया, विशेष रूप से आगामी त्योहारी मौसम को देखते हुए, जिसमें भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना भी शामिल है।
 
प्रधानमंत्री ने यह भी आग्रह किया कि विशेष रूप से कमजोर और बुजुर्ग समूहों के लिए एहतियाती खुराक (बूस्टर डोज) को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
 
वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हुई इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया और नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी परमेश्वरन अय्यर सहित स्वास्थ्य व गृह मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
 
चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमरीका में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है। इस सिलसिले में केंद्र सरकार ने बुधवार को एक समीक्षा बैठक की थी।
 
विश्व के कुछ देशों में पिछले दिनों कोविड-19 के बढ़ते मामलों के परिप्रेक्ष्य में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने इस बैठक से ठीक पहले संसद के दोनों सदनों में बयान भी दिया और कहा कि देश में स्थिति नियंत्रण में है और वैश्विक स्थिति पर सरकार नजर बनाए हुए हैं।
 
उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्ष में कोविड-19 ने वैश्विक स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा किया है जिससे हर देश प्रभावित हुआ है। पिछले कुछ समय में कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है। 
 
मांडविया ने कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, कोविड समय-समय पर अपना स्वरूप बदल रहा है, ऐसे में टीका लेने के साथ सभी को सतर्क रहना चाहिए एवं सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए।
 
उन्होंने कहा कि आने वाले त्योहार और नये साल के मद्देनजर राज्यों को सतर्क रहकर लोगों के बीच मास्क पहनने, हाथ धोने, साफ-सफाई और सामाजिक दूरी बनाकर रखने जैसे प्रोटोकाल के प्रति जागरुकता लाने की सलाह दी गयी है।
 
विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने भी चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है।
 
डब्‍ल्‍यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसू ने कहा है कि चीन में जोखिम के आकलन के लिए उनके संगठन को स्थिति की गंभीरता, अस्‍पताल में भर्ती मरीजों की संख्‍या और आईसीयू की जरूरतों पर विस्‍तृत जानकारी चाहिए। उन्‍होंने चीन से अनुरोध किया है कि वह संगठन को सभी आंकड़े उपलब्‍ध कराए। भाषा  Edited by Sudhir Sharma

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