परीक्षणों के परिणामों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक बलराम भार्गव ने बताया कि परिषद और भारत बायोटेक के वैज्ञानिकों ने उच्चतम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप टीका तैयार करने के लिए अथक प्रयास किया।कोवैक्सीन का कोरोनावायरस के विभिन्न स्वरूपों जैसे डेल्टा, कप्पा, अल्फा, बीटा और गामा पर सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने लगवाई थी कोवैक्सीन : गौरतलब हो कि कोवैक्सीन के ट्रायल और परिणाम को लेकर कई अफवाहें भी चल रही थीं, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी कोवैक्सीन लगवाने के बाद लोगों में भी वैक्सीन के प्रति उत्साह जगा। मौजूदा समय में देश में तीन वैक्सीन कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक वी लगाई जा रही है। मार्डना की वैक्सीन को भी इमरजेंसी अप्रूवल मिल चुका है। वहीं जायडस ने अपनी वैक्सीन को मंजूरी के लिए अपील की है।