उसने कहा कि परीक्षण जिसे पोर्टेबल उपकरणों के साथ किया जा सकता है, उसे समुदाय में एक 'स्क्रीनिंग टूल' के रूप में भी तैनात किया जा सकता है। उसने कहा कि नई तकनीक से कोविड-19 की प्रयोगशाला जांच की रिपोर्ट 36 मिनट में आ सकती है।
वर्तमान में कोविड-19 परीक्षण के लिए सबसे संवेदनशील तरीका 'पोलीमरेज़ चैन रिएक्शन (पीसीआर) नामक एक प्रयोगशाला तकनीक है जिसमें एक मशीन वायरल आनुवांशिक कणों को बार-बार कॉपी उसकी जांच करती है ताकि सार्स-सीओवी-2 वायरस के किसी भी लक्षण का पता लगाया जा सकता है। साथ ही आरएनए की जांच में सबसे अधिक समय लगता है जिसमें रोगी के नमूने में अन्य घटकों से आरएनए को अलग किया जाता है। इस प्रक्रिया में जिन रसायनों की आवश्यकता होती है उसकी आपूर्ति दुनिया में कम है।