रिचर्स के मुताबिक अभी कोरोना से जितनी मौतें हो रही हैं, उससे दोगुना आंकड़ा अगले कुछ सप्ताह में हो सकता है। बेंगलुरु स्थित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस के अनुसार यदि कोरोना से मरने वालों की यही रफ्तार रही तो 11 जून तक मौतों का आंकड़ा 404,000 के पार पहुंच सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन स्थित इंस्टिट्यूट फॉर हेल्थ मीट्रिक्स एंड इवैल्युएशन के मुताबिक जुलाई के अंत तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 10 लाख के पार पहुंच सकती है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार भारत जैसे घनी आबादी वाले देशों में कोरोना संक्रमण के मामलों को लेकर किसी भी तरह की भविष्यवाणी करना आसान नहीं है, लेकिन अधिकतर संस्थानों ने अपनी स्टडी में कहा है कि भारत में टेस्टिंग और सोशल डिस्टेंसिंग को बढ़ाने की आवश्यकता है।
ब्राउन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के डीन आशीष झा के अनुसार अगले चार से छह सप्ताह भारत के लिए बहुत कठिन होने जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार कहा गया कि किसी भी नतीजे पर जल्दी नहीं पहुंचा जा सकता है। दिल्ली, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र इन राज्यों से कोरोना के केस कुछ कम हुए है।
देश एक दिन में कोरोना से रिकॉर्ड 3,780 लोगों की मौत के बाद इस बीमारी से जान गंवाने वालों की संख्या 2 लाख 26 हजार188 हो गई है। एक दिन में संक्रमण के 3,82,315 नए मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार बताया कि इन नए मामलों के बाद कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 2,06,65,148 हो गए हैं। लगातार बढ़ते मामलों के बाद देश में इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 34,87,229 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 16.87 प्रतिशत है। (एजेंसियां)