पूरे देश में कोविड-19 की दूसरी लहर ने कहर बरपा रखा है। चारों तरफ अस्पताल से कोहराम, चीख-पुकार या डॉक्टरों के आगे गिड़गिड़ाते परिजन नजर आ रहे हैं। एक बेड पर दो-दो मरीज, जमीन में या एंबुलेंस, ऑटो में ऑक्सीजन सिलेंडर लगाकर कोविड मरीजों को जीवन देने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, ऑक्सीजन के अभाव में तिल-तिल करके मरीज जान से दे रहे हैं।
बहराइच के जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमण एक पीड़ित महिला को इलाज के लिए लाया गया। पीड़िता की गंभीर हालत थी, अस्पताल में ऑक्सीजन की किल्लत के चलते पेशेंट को ऑक्सीजन नहीं मिली। मां को तड़पता हुआ देखकर उसकी दो बेटियां संक्रमण की परवाह किए बिना मां को मुंह से सांस देने लगीं।
यह हाल आमतौर पर सभी सरकारी और निजी अस्पतालों का है। सूबे के मुख्यमंत्री प्रदेश में भरपूर ऑक्सीजन की बात करते हैं, लेकिन सरकारी अस्पताल से आई ये तस्वीरें/वीडियो सरकारी व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी हैं।
अभी कुछ दिनों पहले आगरा से भी इसी तरह की तस्वीर सामने आई थी, जिसमें एक पत्नी अपने पति की उखड़ती सांसों को थामने के लिए ऑटो में मुंह से सांस दे रही थी, लेकिन उसका प्रयास पति को नहीं बचा सका।