एहतियात के तौर पर बीएमसी ने सोमवार को निजी अस्पतालों और नर्सिंग होमों का आदेश दिया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनके कर्मचारी इन झुग्गी बस्ती क्षेत्र में स्थित अपने घरों में बार-बार न जाएं। बीएमसी ने अपने आदेश में कहा कि झुग्गी बस्ती क्षेत्रों में अस्पताल कर्मचारियों के बार-बार आने-जाने से संक्रमण के प्रसार का खतरा बढ़ता है और इस आशंकित खतरे को टालने के लिए अस्पताल अधिकारियों को कदम उठाना चाहिए।
बीएमसी ने अपने आदेश में कहा है कि इन कर्मचारियों को 14 दिन के शिफ्ट में रखे जाने की जरूरत है और इनके रहने की व्यवस्था अस्पताल परिसर में ही की जाए। बीएमसी ने कहा कि 14 दिन के शिफ्ट के बाद कर्मचारियों को ड्यूटी से मुक्त करने से पहले उनकी कोविड-19 जांच हो और निगेटिव आए तभी उन्हें भेजा जाए। निगम का कहना है कि यह प्रक्रिया चक्र के आधार पर किया जाना चाहिए।
निगम ने अपने बयान में कहा है कि बीएमसी क्षेत्र की करीब एक-तिहाई आबादी झुग्गी क्षेत्रों में रहती है और यहां सामाजिक दूरी का पालन होना संभव नहीं है, क्योंकि घर छोटे हैं और जनसंख्या घनत्व ज्यादा है। अस्पताल कर्मचारियों के यहां आने-जाने से संक्रमण का खतरा पैदा होता है।