ठोरी ने बताया कि इस ‘टेस्टिंग पॉड’ में विश्व की सर्वश्रेष्ठ प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। इनमें प्लास्टिक के दस्तानों की जगह ‘डिस्पोज़ल’ दस्तानों का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि हर बार नमूने लेने के बाद उसका निपटान किया जा सके। ‘पॉड’ को एक वाहन पर लगाया जाएगा ताकि नमूने लेने के लिए उसे कहीं भी ले जाया जा सके।
उपायुक्त ने बताया कि ‘पॉड’ के इस्तेमाल से पीपीई किट, दस्तानों, मास्क आदि की मांग में कमी आएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि ‘पॉड’ से नमूने लेने की प्रकिया पारम्परिक तरीके की तुलना में आसान हो जाएगी। (भाषा)